BBC Documentary: ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने मंगलवार को पीएम मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंंट्री को लेकर बड़ा बयान दिया है। ब्लैकमैन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री में तथ्यों को "पूरी तरह से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।." उन्होंने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि, "बीबीसी ब्रिटिश सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। ब्लैकमैन ने कहा कि पीएम मोदी पर केंद्रित दो-भाग की बनी बीबीसी की ये सीरीज "खराब पत्रकारिता का परिणाम" है। इसमें खराब शोध किया गया है और ये पूरी तरह से अनुचित है।''
टीवी चैनल न्यूज18 से बात करते हुए ब्रिटिश सांसद ने कहा, "बीबीसी की ये डॉक्यूमेंट्री एक हैचेट जॉब है।"
सरकार ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का लिंक शेयर करने पर लगाई थी रोक
बता दें कि केंद्र सरकार ने बीबीसी की इस विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री के लिंक को साझा करने वाले कई यूट्यूब वीडियो और ट्विटर पोस्ट को ब्लॉक करने के निर्देश जारी किए थे, जिसके बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ा और विपक्षी दलों ने इसे लेकर केंद्र को घेरा। उसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट जा पहुंचा। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा, "यह रिट याचिका पूरी तरह से गलत है और इसमें कोई दम नहीं है, इसीलिए इसे खारिज किया जाता है।"
बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर मंगलवार को अमित शाह ने कहा कि, 2002 के गुजरात दंगों के दौरान हुई घटनाएं बताती हैं कि, जब मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब भारत और विदेशों में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया गया था। मोदी सरकार ने डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' पर नकेल कसते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और यूट्यूब को फिल्म को साझा करने वाले ट्वीट और वीडियो को हटाने का आदेश दिया, जिसे वह 'प्रचार का हिस्सा' बताती है।
विपक्ष ने इसे सेंसरशिप बताते हुए केंद्र के कदम की आलोचना की थी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने डॉक्यूमेंट्री का बचाव करते हुए कहा था, "सच्चाई चमकती है। इसे बाहर आने की बुरी आदत है। इसलिए किसी भी तरह की पाबंदी, दमन और लोगों को डराने से सच्चाई सामने आने से नहीं रुकेगी।"
ये भी पढ़ें:
HAL ने HLFT-42 विमान के पिछले हिस्से से भगवान हनुमान की तस्वीर हटाई, जानें पूरा मामला
अडानी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर बोले गृह मंत्री अमित शाह, कही ये बड़ी बात