Highlights
- उद्धव ठाकरे के 62वें जन्मदिन पर शिंदे ने ट्वीट कर दी बधाई
- पार्टी प्रमुख की जगह पूर्व मुख्यमंत्री लिखकर दिया बधाई संदेश
- पार्टी चुनाव चिन्ह को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है केस
Uddhav Thackeray Birthday: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के जन्मदिन के मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर उद्धव ठाकरे को बधाई संदेश दिया। बधाई देते हुए शिंदे ने ठाकरे के नाम के आगे शिवसेना पार्टी प्रमुख का जिक्र नहीं किया। ट्वीट में सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री जिक्र करते हुए उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। शिंदे का ये ट्वीट महाराष्ट्र में सुर्खियों में रहा। सवाल उठने लगे कि क्या मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे को पार्टी का प्रमुख नहीं मानते?
शिंदे गुट का जवाब
जब सवाल उठे तो जवाब देने एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता और विधायक दीपक केसरकर सामने आए। केसरकर ने कहा की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सिर्फ एक पार्टी के नेता के तौर पर इतना सीमित नहीं करना चाहते बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री कहकर उन्हें पूरे महाराष्ट्र के साथ जोड़ना चाहते थे। यही कारण है कि उन्होंने उनका जिक्र शिवसेना पार्टी प्रमुख के तौर पर नहीं किया बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री कहकर किया। एकनाथ शिंदे ने तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शिवसेना पार्टी प्रमुख का पद उद्धव ठाकरे के लिए रिक्त रखा है।
क्या शिंदे दुट कर रहा उद्धव का इंतजार
वहीं दूसरी ओर एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे ने उद्धव ठाकरे को भी जन्मदिन की बधाई दी लेकिन उनके नाम के आगे पार्टी प्रमुख लिखा। शिवसेना के दूसरे सांसद और नए बनाए गए विधायक दल के नेता राहुल शेवाले ने भी उद्धव ठाकरे के नाम के आगे पार्टी प्रमुख का जिक्र किया। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या शिंदे गुट के विधायक और सांसद उद्धव ठाकरे का इंतजार कर रहे हैं कि वह भी उनके साथ जुड़ जाए? क्या यही कारण है कि एकनाथ शिंदे गुट कह रहा है कि उन्होंने शिवसेना की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी तो बनाई लेकिन उसमें उद्धव ठाकरे के लिए शिवसेना पार्टी प्रमुख का पद रिक्त रखा है।
पार्टी चुनाव चिन्ह को लेकर अदालत में चल रही सुनवाई
अब शिवसेना किसकी ये लड़ाई अदालत और चुनाव तक जा पहुंची है। ऐसे में शिवसेना किसकी होगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन एकनाथ शिंदे की तरफ से उनकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी जिस तरह से उद्धव ठाकरे के लिए शिवसेना पार्टी प्रमुख का पद रिक्त है उसे यह क्या जरूर कयास लगाए जा रहे हैं कि चाहे कोर्ट का फैसला उद्धव ठाकरे के खिलाफ भी क्यों ना आए एकनाथ शिंदे उनसे समझौता करने के लिए दरवाजे खुला रखेंगे ?