नासिक: महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में बड़ा हंगामा हुआ है। यहां कुछ युवकों ने मंदिर में जबरन घुसने की है। इस मामले में ब्राह्मण महासभा ने जांच की मांग की है, जिसके बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने SIT जांच के आदेश दे दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, इन युवकों ने मंदिर में जबरन घुसने की कोशिश की है।
क्या है पूरा मामला
13 मई की रात करीब 10 बजे त्र्यंबकेश्वर मंदिर के गर्भ गृह बंद होने के बाद बड़ी संख्या में लोग जबरन मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहे थे। जिसे मंदिर प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने किसी तरह रोका। इस मामले में कार्रवाई को लेकर मंदिर प्रशासन ने पुलिस और राज्य सरकार से मांग की थी।
SIT न केवल इस साल की घटना की जांच करेगी, बल्कि पिछले साल की घटना की भी जांच करेगी। बीते साल भी मई के महीने में इसी तरह की कोशिश की गई थी, जब एक विशेष समुदाय की भीड़ मुख्य प्रवेश द्वार के माध्यम से कथित तौर पर त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर में प्रवेश कर गई थी।
डिप्टी सीएम ने क्या आदेश दिया?
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर भीड़ जमा होने की 13 मई की कथित घटना पर FIR दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। फडणवीस ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारियों की अध्यक्षता में एक SIT के गठन का आदेश दिया है।इस मामले में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता का बयान सामने आया है।
एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड का बयान सामने आया
एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा, 'अभी त्र्यंबकेश्वर ही नहीं, भीमाशंकर की चोटी पर भी किसी को चढ़ाया जाएगा। आपको समझ में आता है कि किसकी लापरवाही है। हमारे मुंह से क्यों सुनना है। मैंने तो पहले ही बोला था, तब लोगों ने कहा कि यह क्या बोल रहा है आव्हाड? आप समझिए कि हम पागल नहीं हैं। यह तो सिर्फ 2 जिलों में हुआ है। जीतने की गुंजाइश ही नहीं है ना, एक ही तो रास्ता है जीतने का, वो है दंगे।'
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