Highlights
- अभ्यर्थियों की आयु साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए।
- अग्निवीरों की ट्रेनिंग 10 सप्ताह से लेकर अधिकतम 6 महीने चलेगी।
- अग्निवीरों का सैलरी पैकेज 4.76 लाख रुपये से शुरू होकर हर साल बढ़ेगा।
Tour of Duty: भारत सरकार ने मंगलवार को आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना’ या ‘Tour Of Duty’ प्लान का ऐलान किया। इसके तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर शार्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ (Agniveer) कहा जाएगा। सरकार की इस योजना से उन युवाओं का सपना पूरा होने की उम्मीद है जो कम समय के लिए ही सही लेकिन एक बार आर्मी में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
CCS की बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने किया ऐलान
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की बैठक में इस नए प्लान को मंजूरी मिल जाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि Agnipath भर्ती योजना एक क्रांतिकारी पहल है। वहीं, आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने कहा कि अग्निपथ योजना का उद्देश्य सशस्त्र बलों में भर्ती में आमूल-चूल परिवर्तन लाना है। नई नीति ‘Tour of Duty’ या ‘अग्निपथ’ के मुताबिक, अब सेना में किसी जवान को रिटायरमेंट के लिए 20 साल की नौकरी जरूरी नहीं होगी। इसमें सैनिकों की भर्ती शुरू में 4 साल के लिए होगी, लेकिन उनमें से कुछ को बरकरार रखा जाएगा।
2 साल तक इस प्लान पर हुआ है विचार-विमर्श
अग्निपथ या ‘Tour of Duty’ प्लान की शुरुआत तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी में की गई। पिछले 2 साल में इस प्लान को लेकर काफी विचार-विमर्श किया गया और अंत में इसे लागू करने की घोषणा की गई। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। बता दें कि इस समय सेना 10 साल के शुरुआती कार्यकाल के लिए ‘शॉर्ट सर्विस कमीशन’ के तहत युवाओं की भर्ती करती है और इसे 14 साल तक बढ़ाया जा सकता है। Tour of Duty के जरिए सरकार तीनों सेनाओं के पेंशन और वेतन खर्च को कम करना चाहती है।
कब शुरू होगी अग्निवीरों की भर्ती? कैसे होगी ट्रेनिंग?
अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया 90 दिन के भीतर शुरू हो जाएगी और पहला बैच 2023 में आएगा। इसके तहत आर्मी में सिपाहियों, एयरफोर्स में एयरमैन और नेवी में नाविकों की भर्ती होगी। अभ्यर्थियों की आयु साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए और योग्यता की बाकी शर्तें वही रहेंगी जो अभी लागू हैं। नई नीति के तहत अग्निवीरों को बेहद तकनीकी माहौल में प्रशिक्षित किया जाएगा और उनकी ट्रेनिंग 10 सप्ताह से लेकर अधिकतम 6 महीने चलेगी। ले. जनरल अनिल पुरी ने कहा कि आईटीआई के माध्यम से भर्ती कर तकनीकी सीमा बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। ट्रेनिंग मिलाकर सेवा की कुल अवधि 4 साल की होगी।
अग्निवीरों की सैलरी कितनी होगी? क्या बीमा भी मिलेगा?
ले. जनरल अनिल पुरी के मुताबिक, पहले साल अग्निवीरों को लगभग 4.76 लाख रुपये का सैलरी पैकेज मिलेगा। उनके कुल पैकेज में हर साल बढ़ोत्तरी होगी और चौथे साल में यह बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगा। सभी अग्निवीरों को 48 लाख रुपये का नॉन-प्रीमियम इंश्योरेंस कवर मिलेगा। सेवा के दौरान किसी अग्निवीर की मौत हो जाती है तो उसके परिजन को 44 लाख रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि मिलेगी। इसके अलावा सेवा निधि सहित 4 सालों तक सेवा न किए गए हिस्से का भी भुगतान किया जाएगा। वहीं, 100% अक्षमता पर 44 लाख रुपये, 75% अक्षमता पर 25 लाख रुपये और 50% अक्षमता पर 15 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
अग्निवीरों की मासिक सैलरी के बारे में जानने के लिए देखें लिस्ट
युवाओं के साथ-साथ समाज को भी होगा फायदा
अग्निपथ या Tour of Duty नीति के चलते युवाओं को देश की सेवा करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान करने का अनूठा अवसर मिलेगा। साथ ही इसकी वजह से देश की सेनाओं की प्रोफाइल युवा और ऊर्जावान होगी। इस नीति के तहत अग्निवीरों को आकर्षक वित्तीय पैकेज के साथ-साथ सर्वोत्तम संस्थानों में ट्रेनिंग लेने और अपनी स्किल और योग्यता को बढ़ाने का मौका मिलेगा। साथ ही अनुशासित और कुशल युवा एक बेहतर समाज के निर्माण में योगदान देंगे। जो युवा 4 साल की सर्विस के बाद समाज में लौटेंगे उनके लिए फिर से रोजगार के अवसर तो होंगे ही, वे युवाओं के लिए रोल मॉडल भी बनेंगे।