Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. संप्रोक्षण, शांति होम और पवित्रोत्सव, तिरुपति मंदिर की पवित्रता के लिए टीटीडी करेगा ये खास अनुष्ठान

संप्रोक्षण, शांति होम और पवित्रोत्सव, तिरुपति मंदिर की पवित्रता के लिए टीटीडी करेगा ये खास अनुष्ठान

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी शामला राव ने कहा कि एक जांच पैनल स्थापित किया गया है जो सुगंध, स्वाद और बनावट के मापदंडों पर खाद्य नमूनों का मूल्यांकन करेगा।

Edited By: Shakti Singh
Published on: September 22, 2024 23:07 IST
Tirumala temple- India TV Hindi
Image Source : PTI तिरुपति बालाजी मंदिर

तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट की बात सामने आने के बाद मंदिर प्रशासन ने देवालय की पवित्रता के लिए खास तैयारी की है। सोमवार (23 सितंबर) को तिरुमाला मंदिर में संप्रोक्षण और शांति होम का आयोजन किया जाएगा। ये दोनों आयोजन यह सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे हैं कि अगर प्रसाद में पशु की चर्बी के कारण मंदिर में कोई अपवित्रता हुई है, तो उसे दूर किया जा सके। इसके साथ ही मंदिर के अधिकारी ने बताया है कि हर साल मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए पवित्रोत्सव का आयोजन किया जाता है।

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी शामला राव ने कहा, "एक जांच पैनल स्थापित किया गया है जो सुगंध, स्वाद और बनावट के मापदंडों पर खाद्य नमूनों का मूल्यांकन करेगा। भगवान वेंकटेश्वर के लिए आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों या धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान कोई अगर 'दोष' हुआ हो तो मंदिर की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए कि हर साल टीटीडी 'पवित्रोत्सव' आयोजित करता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि भक्तों में विश्वास बना रहे और वे शांत मन से प्रार्थना करें कल एक दिवसीय 'संप्रोक्षण' और 'शांति होम' आयोजित किया जाएगा। इसके साथ हम आशा कर रहे हैं कि देवालयम की पवित्रता बहाल हो जाएगी।"

क्या है मामला?

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर चिंता जाहिर की थी। इसके बाद प्रसाद की जांच की गई और इसमें इस्तेमाल होने वाले घी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। गुजरात की एक लैब से सामने आई रिपोर्ट के अनुसार प्रसाद में इस्तेमाल होने वाले घी में मिलावट थी। इस घी में पशु की चर्बी पाई गई। इन बातों का खुलासा भी चंद्रबाबू नायडू ने ही किया। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उनसे रिपोर्ट मांगी है। नायडू ने पिछली सरकार को प्रसाद में मिलावट के लिए जिम्मेदार ठहराया।

घी में कैसे हुई मिलावट

तिरुपति मंदिर को लंबे समय से कर्नाटक की सरकारी कंपनी घी की सप्लाई करती थी। हालांकि, कुछ समय पहले कंपनी ने कीमत कम होने की बात कहकर घी देने से मना कर दिया। ऐसे में पांच अलग-अलग कंपनियों को घी का टेंडर दिया गया। इन्हीं पांच में से एक कंपनी के घी में पशु की चर्बी होने की बात कही जा रही है। हालांकि, कंपनी का कहना है कि जांच की रिपोर्ट के साथ घी सप्लाई किया गया था और उसमें कोई मिलावट नहीं थी।

यह भी पढ़ें-

तिरुपति बालाजी मंदिर में क्यों दान किए जाते हैं बाल? चढ़ाए गए इन बालों का आखिर क्या होता है

तिरुपति लड्डू विवाद पर श्री श्री रविशंकर का बड़ा बयान, 1857 के सिपाही विद्रोह की दिलाई याद

 

 

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement