अमरावती: आंध्र प्रदेश के गुंटूर में रविवार को विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (TDP) द्वारा गरीबों के बीच संक्रांति उपहार बांटने के दौरान मची भगदड़ में 3 महिलाओं की मौत हो गई और कुछ अन्य लोग घायल हो गए। टीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के कार्यक्रम शुरू करने के बाद कार्यक्रम स्थल से चले जाने के बाद यह भगदड़ हुई है, एक हफ्ते से भी कम समय में इस तरह की दूसरी घटना है।
जानिए पूरा मामला
रविवार की भगदड़ उस समय हुई, जब टीडीपी एक स्वयंसेवी संगठन के सहयोग से एनटीआर जनता वस्त्रालु और चंद्रण्णा कनुका नाम से संक्रांति उपहार बांट रही थी। उपहार लेने के लिए बड़ी संख्या में महिलाओं की कतार लगी रही। कुछ महिलाओं ने कतार तोड़ दी और आगे बढ़ने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई।
एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य महिलाओं ने सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एक अधिकारी ने कहा कि भगदड़ के तुरंत बाद कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। टीडीपी नेताओं ने कहा कि जिन लाभार्थियों को टोकन जारी किए जा चुके हैं, उनके घरों पर किट वितरित की जाएंगी।
रिपोर्ट के अनुसार, बीते वर्ष 28 दिसंबर को नेल्लोर जिले के कुंदुकुर शहर में चंद्रबाबू नायडू के रोड शो के दौरान भगदड़ मची थी, जिसमें दो महिलाओं समेत 8 लोगों की मौत हुई थी और पांच अन्य लोग घायल हुए थे। टीडीपी ने मृतकों के परिवारों को 24-24 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने प्रत्येक को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।