जम्मू-कश्मीर: प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर में अगले 24 घंटों में बारामूला, डोडा, गांदरबल, किश्तवाड़, कुपवाड़ा, पुंछ, रामबन, रियासी, अनंतनाग और कुलगाम जिलों में समुद्र तल से 2800 से 3000 मीटर ऊपर 'कम खतरे' का हिमस्खलन होने की चेतावनी जारी की है। प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार को बादल छाए रहे और डोडा जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हुई है। इससे तापमान में गिरावट आई है। वहीं, कश्मीर में मौसम सुहावना बना हुआ है। यहां अधिकांश जिलों में दिन का तापमान बीस डिग्री से नीचे है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार और शनिवार बारिश की संभावना है।
शुक्रवार को जम्मू में शुक्रवार को बादल छाए रहे और मौसम में बदलाव दिखा। कश्मीर में मौसम साफ रहा, ठंड से भी राहत रही। पहलगाम में बीती रात का न्यूनतम तापमान माइनस 0.2, गुलमर्ग में 0.0, लेह में माइनस 4.6 और कारगिल में माइनस 1.7 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, डोडा जिले के भद्रवाह के ऊंचे पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण मैदानी इलाके में पारा नीचे लुढ़क गया जिससे पूरे क्षेत्र में ठिठुरन बढ़ गई है।
आज से पहले भी पिछले महीने जम्मू कश्मीर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 12 जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी और SDMA ने उन जिलों के लिए 'मध्यम खतरे' की चेतावनी जारी की है जो 2,000 से 2,500 मीटर की ऊंचाई वाले जिलों में अनंतनाग, बांदीपोर, बारामूला, गांदरबल, कुपवाड़ा, कुलगाम, डोडा, किश्तवाड़ और पुंछ के लिए अलर्ट जारी किया था। इससे पहले, 5 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के लाहौल अनुमंडल में चीका के पास हिमस्खलन की चपेट में आने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी और एक लापता हो गया था।