गुवाहाटी: असम में हर वर्ष की तरह इस बार भी बाढ़ आफत बनकर टूटी है। प्रशासन ने इस बार बाढ़ से बचाव के बेहतर उपाय के दावे किए थे, लेकिन वह दावे केवल दावे ही रह गए। बाढ़ के पानी ने जमकर तबाही मचाई। हालांकि अब हालातों में सुधार हो रहा है। असम सरकार के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार राज्य में अभी भी बाढ़ से 19 हजार से भी ज्यादा लोग प्रभावित हैं। सैकड़ों गांव पानी में डूबे हुए हैं।
प्रभावित इलाकों की संख्या में भी कमी आई
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की शनिवार को से जारी बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार राज्य में अब कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है। इसके साथ ही प्रभावित इलाकों की संख्या में भी कमी आई है, लेकिन राज्य के 7 जिलों के 158 गांव अब भी बुरी तरह से प्रभावित हैं। सबसे ज्यादा लखमीपुर जिला बाढ़ की आपदा झेल रहा है। यहां अभी भी 11 हजार लोग बाढ़ की वजह से परेशान हैं।
30 हजार से ज्यादा पालतू जानवर भी प्रभावित
इसके साथ ही बाढ़ की वजह से 30 हजार से ज्यादा पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं। वहीं राज्य में इस समय 6 राहत शिविर, 5 राहत वितरण केंद्र सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। इसके साथ ही बाढ़ की वजह से 400 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है। वहीं कामरूप जिले के 116 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। इन गांव के निवासी अभी भी राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हैं।
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