मुंबई: विज्ञापन उद्योग की स्वनियामक इकाई भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने सेलिब्रिटी की परिभाषा के दायरे को बड़ा कर दिया है। इसके तहत पांच लाख से ज्यादा फॉलोवर और 40 लाख रुपये से ज्यादा सालाना आय वाले 'इनफ्लूएंसर' को विज्ञापनों के लिए मशहूर हस्ती (सेलिब्रिटी) माना जाएगा।
सोशल मीडिया मंचों पर अपने विचारों से दर्शकों या श्रोताओं के विचारों को प्रभावित करने वाले लोगों को 'इनफ्लूएंसर' कहा जाता है। मशहूर हस्तियों को किसी ब्रांड का समर्थन करने के लिए ‘साइन अप’ करने से पहले कई बातों का पालन करना होता है और एएससीआई द्वारा बुलाए जाने पर इसका सबूत भी पेश करना होता है और बैन की गई वस्तुओं की बिक्री नहीं करनी होती है।
बुधवार को सामने आया बयान
एएससीआई के बुधवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि परिभाषा की समीक्षा जरूरी हो गई थी क्योंकि हाल के सालों में सोशल मीडिया ‘इनफ्लूएंसर’ ने बड़े पैमाने पर प्रभाव के नए केंद्र बनाए हैं। इसमें कहा गया है कि ऐतिहासिक रूप से, मशहूर हस्तियां जो ब्रांडों को विश्वसनीयता प्रदान कर सकती हैं और बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित कर सकती हैं, उनमें बड़े पैमाने पर लोकप्रिय अभिनेता और खेल हस्तियां शामिल हैं। एएससीआई ने कहा कि दिशानिर्देशों का उल्लंघन आम बात है, और मानदंडों के बावजूद, वित्त वर्ष 2013 में मशहूर हस्तियों के 500 से अधिक भ्रामक विज्ञापनों पर कार्रवाई की गई। (इनपुट: भाषा)
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