दिल्ली-NCR की हवा इतनी खराब हो गई है कि लोग आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं। दिवाली के बाद से ही दिल्ली में धुंध है। पराली जलने की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में डॉक्टर लोगों को घर में रहने की सलाह दे रहे हैं ताकि गंभीर बीमारियों से बचा जा सके। देश की राजधानी की एयर क्वालिटी गुरुवार को बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली की आज की एयर क्वालिटी इंडेक्स 346 पर पहुंच गया है। वहीं नोएडा की एयर क्वालिटी 393 और गुरुग्राम की एयर क्वालिटी 318 दर्ज की गई है।
डॉक्टरों की सलाह
बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए शहर के डॉक्टरों ने भी लोगों को खासकर बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है। इस दौरान सांस से संबंधित दिक्कतें गंभीर हो सकती हैं। हवा को जहर बनाने में सबसे बड़ी विलेन पराली बनती दिख रही है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक विश्लेषण के अनुसार जब 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच पराली जलाए जाने की घटनाएं चरम पर होती हैं, तब दिल्ली में लोग सबसे खराब हवा में सांस लेते हैं। यह समस्या पिछले कई सालों से हो रही है।
कितना AQI अच्छा और कितना बुरा?
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई- अच्छा
51 से 100 के बीच एक्यूआई- संतोषजनक
101 से 200 के बीच एक्यूआई- मध्यम
201 से 300 के बीच एक्यूआई- खराब
301 से 400 के बीच एक्यूआई- बहुत खराब
401 से 500 के बीच एक्यूआई- गंभीर
500 के ऊपर एक्यूआई- खतरनाक, जिसमें सांस लेना मुश्किल है