India's first voter passes away:आजाद भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी का हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में निधन हो गया है। इससे पूरे देश में शोक व्याप्त हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने भी नेगी के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। देश को आजादी मिलने के बाद भारत निर्वाचन आयोग की ओर से श्याम शरन नेगी को देश का पहला मतदाता बनाया गया था। किन्नौन निवासी नेगी का उनके आवास पर शनिवार सुबह निधन हो गया।
श्याम सरन नेगी 100 से अधिक वर्ष के हो चुके थे। निर्वाचन आयोग ने बताया कि नेगी ने बीते तीन नवंबर को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मतपत्र के जरिए अपना आखिरी वोट डाला था। निर्वाचन आयोग ने नेगी के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्हें लोकतंत्र में बहुत विश्वास था। आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वह न केवल स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता थे बल्कि लोकतंत्र में अटूट विश्वास रखने वाले व्यक्ति थे। भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि हम राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के बहुत आभारी हैं।
निर्वाचन आयोग ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
निर्वाचन आयोग ने ट्वीट कर कहा कि श्याम सरन नेगी खुद बेहद जागरूक मतदाता तो थे ही साथ ही उन्होंने अन्य लाखों लोगों को वोट करने के लिए प्रेरित किया और अपने निधन से पहले तीन नवंबर को मतपत्र के जरिए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए वोट दिया।’’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने भी नेगी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। भाजपा ने कहा, ‘‘भाजपा स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी के निधन पर गहरा दुख एवं संवेदनाएं व्यक्त करती है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें।’’ कुछ दिन पहले नेगी के मतदान करने के बाद किन्नौर के उपायुक्त ने उन्हें उनके आवास पर सम्मानित किया था।
दुनिया से जाते-जाते दे गए लोकतंत्र की मजबूती का आखिरी वोट
श्याम सरन नेगी हर बार अपना मत जरूर देते थे। वह लोगों को भी हमेशा वोट के लिए प्रेरित करते थे। हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान बीती तीन तारीख को मतपत्र के जरिये लोकतंत्र के लिए वह अपना आखिरी मतदान भी कर गए। दुनिया से अलविदा होने से पहले भी अपना आखिरी वोट देकर जाना जताता है कि लोकतंत्र में उनका कितना अटूट विश्वास था। उनके निधन पर निर्वाचन आयोग समेत राजनीतिक पार्टियों में भी श्रद्धांजलि दी है।