पटना: पटना हाईकोर्ट ने गुरुवार को बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय को उनके तलाक के मामले में राहत दे दी। ऐश्वर्या 2019 में आए फैमिली कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं थीं और उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया। न्यायमूर्ति पी.बी. बजंधारी और न्यायमूर्ति अरुण कुमार झा ने उनके मामले को स्वीकार कर लिया और पटना की फैमिली कोर्ट को नए सिरे से सुनवाई करने और 3 महीने के भीतर कानून के अनुसार फैसला सुनाने का निर्देश दिया।
घरेलू हिंसा के तहत होगी सुनवाई
दिग्गज नेता चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय ने मई 2018 में एक भव्य समारोह में लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से शादी की थी, लेकिन एक साल के भीतर ही उनके रिश्ते में खटास आ गई। ऐश्वर्या राय ने तेज प्रताप यादव, उनकी मां और पूर्व सीएम राबड़ी देवी व उनकी बहन और सांसद मीसा भारती पर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए थे। लेकिन जब निचली अदालत से फैसला आया तो उन्हें मुआवजे का आदेश दिया गया।
ऐश्वर्या ने हाईकोर्ट में अपनी दायर याचिका में यही कहा कि उन्होंने अदालत से इस तरह की कोई मांग ही नहीं की थी। ऐश्वर्या के मुताबिक उनके साथ घरेलु हिंसा हुई, फैसला इसको लेकर होना चाहिए था।
तेज प्रताप के साथ रहना चाहती हैं ऐश्वर्या
बता दें कि तेज प्रताप यादव ने 2019 में फैमिली कोर्ट में तलाक का मामला दायर किया था। कोर्ट ने उन्हें मासिक खर्च के लिए 22,000 रुपये और अदालती खर्च के लिए 2 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया था। ऐश्वर्या राय हालांकि फैमिली कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं थीं। उन्होंने कहा कि वह तेज प्रताप यादव के साथ रहना चाहती हैं। अदालत ने हालांकि ऐश्वर्या राय के वकीलों को तेज प्रताप यादव से अब तक लिए गए पैसे वापस करने का भी निर्देश दिया।