Highlights
- आतंकवादियों ने फिर कश्मीरी पंडितों को बनाया निशाना
- सेब बागान में काम कर रहे 2 भाइयों को मारी गोली, एक की मौत
- कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति ने कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने को कहा
Target Killing: घाटी में कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) पर आतंकी हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। राज्य में लगातार टारगेट किलिंग हो रही हैं। श्रीनगर स्थित स्थानीय पंडितों के संगठन कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) के अध्यक्ष संजय कुमार टिक्कू ने मंगलवार को इस अल्पसंख्यक समुदाय के सभी सदस्यों को घाटी छोड़ने के लिए कहा। शोपियां जिले के चोटिगम गांव में मंगलवार को सुनील कुमार की निर्मम हत्या और उनके भाई पीतांबर उर्फ पिंटू को गंभीर रूप से घायल करने के बाद में एक कड़ा बयान जारी करते हुए, टिक्कू ने सभी स्थानीय पंडितों को घाटी छोड़ने के लिए कहा।
केपीएसएस के बयान में कहा गया है, "कश्मीर घाटी में कोई भी कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं है। कश्मीरी पंडितों के लिए, केवल एक ही विकल्प बचा है कि वह कश्मीर छोड़ दें या धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा मारे जाएं, जिन्हें स्थानीय आबादी का समर्थन प्राप्त है।" बयान में आरोप लगाया गया कि कश्मीर में पर्यटक और अमरनाथ यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन गैर स्थानीय मुस्लिम और कश्मीरी पंडित आतंकवादियों के निशाने पर हैं। बयान में सरकार पर कश्मीरी पंडित समुदाय की रक्षा करने में कथित विफलता के लिए भी आरोप लगाया गया है।
सेब बागान में काम कर रहे 2 भाइयों को मारी गोली, एक की मौत
आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां के चोटीपोरा इलाके में आतंकियों ने आज गोली मारकर एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी। आतंकियों के द्वारा मारे गए मृतक का नाम सुनील कुमार भट्ट बताया जा रहा है। आतंकियों की गोलीबारी में प्रीतम्बर कुमार घायल हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, आतंकियों ने दोनों भाइयों पर सेब के बगीचे में गोली मारी। घायल युवक को अस्पताल में भर्ती किया गया है। सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया गया है और छानबीन जारी है।
एलजी मनोज सिन्हा ने जताया दुख
शोपियां में हुए इस हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने खेद व्यक्त किया है। उपराज्यपाल ने ट्वीट करके लिखा, "शोपियां में नागरिकों पर हुए आतंकी हमले पर शब्दों से परे है। मेरी संवेदनाएं सुनील कुमार के परिवार के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना। यह हमला कड़ी निंदा का पात्र है। बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा।"