Highlights
- 'कई करीबी दोस्त बता रहे हैं कि मैं बहुत लोकतांत्रिक हो गया हूं'
- महिला प्रतिनिधियों को स्वतंत्र रूप से कार्य करने की दी सलाह
- 'कानून, निष्पक्षता और न्याय के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए'
Tamil Nadu News: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने रविवार को नामक्कल शहरी स्थानीय निकायों के पार्टी प्रतिनिधियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वे अनुशासनहीनता और अनियमितता करेंगे, तो फिर वह तानाशाह बन जाएंगे और कार्रवाई करेंगे।
स्थानीय निकायों को लोकतंत्र की जीवन रेखा बताते हुए स्टालिन ने कहा कि सामाजिक न्याय के प्रतीक पेरियार ई. वी. मासामी और राजाजी ने क्रमशः इरोड और सलेम में स्थानीय निकायों के प्रमुखों के रूप में अपना सार्वजनिक जीवन शुरू किया था। स्टालिन ने कई नवनिर्वाचित महिला प्रतिनिधियों की ओर संकेत करते हुए उन्हें स्वतंत्र रूप से कार्य करने की सलाह दी।
'उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी'
उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों को कानून, निष्पक्षता और न्याय के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए और लोगों की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं चेतावनी देता हूं कि इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी। केवल पार्टी की ओर से कार्रवाई नहीं की जाएगी, बल्कि कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।"
'पार्टी को सत्ता इतनी आसानी से नहीं मिली...'
स्टालिन ने कहा कि उनके कई करीबी दोस्त उन्हें बता रहे हैं कि मैं बहुत लोकतांत्रिक हो गया हूं। उन्होंने कहा, "अगर अनुशासनहीनता और अनियमितता बढ़ती है, तो मैं तानाशाह बन जाऊंगा और कार्रवाई करूंगा।" द्रमुक नेता ने कहा कि पार्टी को सत्ता इतनी आसानी से नहीं मिली है और यह पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं के निस्वार्थ कार्य का नतीजा है और इसी तरह वह पिछले पांच दशकों से लोगों के लिए अपनी कड़ी मेहनत के बाद मुख्यमंत्री बने।
'परामर्श और आम सहमति के जरिए सरकार चला रहे'
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के स्टालिन ने शनिवार को कहा कि वह परामर्श और आम सहमति के जरिए सरकार चला रहे हैं, जिसका उद्देश्य एकतरफा फैसले करना नहीं, बल्कि लोगों की स्थिति में सुधार करना है। मुख्यमंत्री ने लोगों को किसी भी हाल में निराश नहीं होने देने का आश्वासन देते हुए उनके दिलों में बसने की इच्छा व्यक्त की।
स्टालिन ने लगभग 80,750 लोगों को 500 करोड़ रुपये की कल्याण सहायता वितरित करने और 28.60 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरी हुई 95 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने 99 नयी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।