चेन्नई: तमिलनाडु के अन्नामलई टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट में मंगलवार को एक 60 साल के हाथी को फॉरेस्ट कर्मियों की ओर से गार्ड को ऑनर दिया गया जिसकी तस्वीरें सोशियल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। 60 साल का कलीम मंगलवार को अपनी सेवाओं से रिटायर हो गया। बता दें कि कलीम अन्नामलई टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट में बसे कोझिकमुत्ती एलीफेंट कैंप का सबसे समझदार काबिल हाथी था। कलीम एक कुमकी हाथी था जिसने अब तक 99 रेस्क्यू ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है।
क्या होते हैं कुमकी हाथी?
कुमकी हाथी बेहद ही ट्रेंड हाथी होते हैं जो जंगल के भीतर किसी भी रेस्क्यू ऑपरेशन को लीड करते हैं। इनका मुख्य काम मद में अपना आपा खो चुके हाथियों को काबू में कर उन्हें वापस जंगल के अंदर ले जाना होता है। जंगली हाथी मद की वजह से जब अपना आपा खो देता है तो वो जंगल के भीतर रहने वाले लोगों और उनकी खेती को जबरदस्त नुकसान पंहुचाता है। मद में चूर हाथियों के हमले के शिकार हुए लोगों और ऐसे हाथियों के रिहायिशी इलाकों में घुसकर उत्पात मचाने की कई घटनाएं देश भर में होती रहती हैं।
नम हो गई सभी फॉरेस्ट कर्मियों की आंखें
फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक कलीम में वो काबिलियत थी जिसके चलते ये कुमकी हाथी किसी भी बेकाबू हाथी को कंट्रोल कर उसे वापस जंगल में ले जाने का काम बखूबी कर देता था। यही वजह है कि जब कलीम रिटायर हुआ तो ऐसे लीजेंड हाथी की सेवा से अब मरहूम हो जाने के एहसास भर से सभी फॉरेस्ट कर्मियों की आंखें नम हो गई।
कलीम जैसे टैलेंटेड हाथियों की कमी की वजह से कलीम ने न सिर्फ तमिलनाडु बल्कि केरल, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में भी कई रेस्क्यू मिशन में फॉरेस्ट कर्मियों की मदद की, कई दशकों के शानदार ट्रैक रिकॉर्ड के साथ कलीम अब रिटायर हो गया है लेकिन फॉरेस्ट कर्मियों के दिलों में ये हाथी एक स्टार की तरह राज करता रहेगा इसमें कोई दो राय नहीं है।