![स्वीडिश अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टर फुगलेसांग](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली : स्वीडिश अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टर फुगलेसांग ने इसरो के मिशन मून चंद्रयान-3 की सफलता की तारीफ की है। उन्होंने इस अभियान की सफलता को अद्भुत और उत्कृष्ट बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया वह वाकई अद्भुत था। क्रिस्टर फुगलेसांग का कहना है कि वे इसरो के ऐसे ही अगले मिशन का इंतजार कर रहे हैं।
गगनयान मिशन के लिए काफी उत्साहित
क्रिस्टर फुगलेसांग ने एक इंटरव्यू में कहा कि पूरी दुनिया भारत की इस उपलब्धि के लिए भारत और इसरो की तारीफ कर रही है। मुझे अब भारत के अगले मिशन का इंतजार है। इतना ही उन्होंने अपने इंटरव्यू में इसरो के आनेवाले मिशन गगनयान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक अंतरिक्ष यात्री होने के नाते अब मैं भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की गगनयान में उड़ान देखना चाहता हूं। क्रिस्टर फुगलेसांग ने बताया कि वे गगनयान मिशन के लिए काफी उत्साहित हैं।
भारत-स्वीडन साथ मिलकर कर सकते हैं काम
फुगलेसांग ने कहा कि भारत और स्वीडन अंतरिक्ष के क्षेत्र में मिलकर काम कर सकते है और इसकी काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा साथ मिलकर काम करना दोनों देशों के हित में होगा। स्वीडन एक बड़ा देश नहीं हैं लेकिन कुछ क्षेत्रों में तकनीकी के मामले में अव्वल है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष स्थिरता और जलवायु चुनौतियों से निपटने में अंतरिक्ष अन्वेषण अहम भूमिका निभा सकता है। फुगलेसांग ने कहा कि भारत के साथ काम करके हम एक दूसरे के अनुभवों से बहुत कुछ सीख सकते हैं। हमें साथ काम करने के तरीकों को ढूंढना होगा।