भारत के सियासी फलक पर अमिट छाप छोड़ने वाली सुषमा स्वराज का हर कोई मुरीद रहा। उनका 41 सालों का राजनीतिक जीवन तमाम उपलब्धियों से भरा था। 6 अगस्त को ही सुषमा स्वराज का देहांत हुआ था। दिल्ली एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली थी। उनको भारत की प्रमुख महिला राजनीतिक नेताओं में गिना जाता था।
सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता होने के साथ प्रखर वक्ता थीं। विरोधी दल के नेता भी उनके मुरीद थे। उनके ओजस्वी भाषणों को जो एक बार सुनता तो फिर वह सुनता ही रहता था। लेकिन आज आपको बता दें कि लोकसभा में एक बीजेपी सांसद है जिसमें सुषमा स्वराज की झलक देखने को मिलती है। वह जब लोकसभा में बोलतीं हैं तो ऐसा लगता है कि सुषमा स्वराज ही बोल रहीं हैं। वह कोई और नहीं बल्कि खुद सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज है। आज सुषमा स्वराज की पुण्यतिथि है। लेतिन उनकी बेटी बांसुरी स्वराज अपनी मां के अंदाज में सदन को उनकी कमी नहीं खलने देती हैं।
अध्यक्ष जी... जब लोकसभा में मां सुषमा स्वराज के अंदाज में दिया भाषण
नई दिल्ली लोकसभा सीट से जीतकर जब पहली बार संसद पहुंची थीं तो उनके भाषण में मां सुषमा स्वराज की झलक देखने को मिली। बिल्कुल उसी अंदाज में उंगली ऊपर उठाकर बांसुरी मुद्दों पर मुखरता से बोल रहीं थीं, जैसे कभी इसी सदन में सुषमा स्वराज बोला करती थीं।
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बांसुरी ने अपनी बातें रखी थी। यह लोकसभा में उनका पहला भाषण था। उन्होंने सदन में सुषमा स्वराज की तरह ही दमदार अंदाज में अपनी बात रखी। बांसुरी के तेवर बिल्कुल सुषमा स्वराज जैसे ही लगते हैं। बिल्कुल उसी अंदाज में उंगली ऊपर उठाकर बांसुरी मुद्दों पर मुखरता से बोल रहीं थीं, जैसे कभी इसी सदन में उनकी मां सुषमा स्वराज बोला करती थीं। उन्होंने अपना भाषण सुषमा स्वराज की तरह ही 'आदरणीय अध्यक्ष जी' कहकर शुरू किया। उनका अंदाज देखकर ऐसा लगा मानो सुषमा स्वराज हो।
देखें वीडियो-
संस्कृत में ली शपथ
नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने सदन में संस्कृत भाषा में शपथ ली थी। उनकी मां पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने भी 2014 में संस्कृत में ही शपथ ली थी। सोशल मीडिया पर बांसुरी स्वराज के शपथ ग्रहण का वीडियो वायरल हुआ। बांसुरी के वीडियो उनकी मां सुषमा स्वराज के पुराने वीडियो के साथ यूजर शेयर करने लगे थे।
बता दें कि सुषमा स्वराज जब साल 2014 में विदिशा लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुई थी तब उन्होंने भी बतौर संसद सदस्य संस्कृत में शपथ ली थी।
यह भी पढ़ें-
भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए किया था आखिरी ट्वीट