वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद इसका सर्वे कराया गया। सर्वे का कार्य पूरा भी किया जा चुका है। अब एएसआई की टीम अपना सर्वे कोर्ट के सामने रखेगी। इसके लिए 11 दिसंबर का समय दिया गया है। वहीं एएसआई के सर्वे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कल कोर्ट के सामने एएसआई अपनी रिपोर्ट रखेगा, यह रिपोर्ट मील का पत्थर साबित होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कल का दिन बहुत इंपोर्टेंट है। एएसआई की रिपोर्ट हमारी रिपोर्ट से भी 10 गुणा आगे होगी। वहीं वक्फ बोर्ड को लेकर उन्होंने कहा कि वक्फ के पास इतनी जमीन है कि एक पाकिस्तान और बांग्लादेश निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि वक्फ के खिलाफ आवाज नहीं उठाई तो एक दिन ऐसा आएगा कि देश के हर कोने को वक्फ घोषित कर देंगे।
हर आदमी इस केस से जुड़ा
वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि यह मामला लोगों की आस्था से जुड़ा केस है, पूरे सनातन समाज का केस है। इस केस से हर आदमी जुड़ा हुआ है। वकील के रूप में मेरा कर्तव्य है कि लोगों तक पहुंचकर उनको बताना कि उनका केस क्या है, इसलिए मैं दौरे कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट के बाद अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी को ऑब्जेक्शन का वक्त दिया जाएगा। जब उनका ऑब्जेक्शन फाइल होगा तो उनके इश्यू कोर्ट के सामने रखेंगे यानी कि इस प्रक्रिया में पूरा 3 से 4 महीने का वक्त लग जायेगा।
यह ऐतिहासिक क्षण
हमारी पूरी कोशिश होगी कि एविडेंस और रिसर्च के आधार पर तैयारी हो, ताकि इसमें और देरी ना हो। हमारी जो प्रमुख जगह है वो सनातन पक्ष को मिले। ASI ने 92 दिन तक का सर्वे किया है जिसकी रिपोर्ट कल आनी है। हमें पूरी उम्मीद है कि कल केंद्र सरकार की टीम और ASI की टीम अपनी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करेगी। यह बहुत ही ऐतिहासिक क्षण होने वाला है। मुझ पर गैग ऑर्डर लगाया गया है, जिससे मैं बता नहीं सकता कि सर्वे में क्या मिला है। कल की ASI की रिपोर्ट मील का पत्थर साबित होगी।
देश के हर कोने को घोषित कर देंगे वक्फ
वक्फ को लेकर उन्होंने कह कि इस देश में डिफेंस और रेलवे के बाद वक्फ सबसे बड़ा लैंड ओनर है। यह 2008 के आंध्र प्रदेश कोर्ट के आंकड़े हैं। अब 15 साल बाद इतना लंबा वक्त बीत गया कि अगर उनकी संपत्ति का अब आकलन किया जाए तो सबसे ज्यादा संपत्ति इनके पास होगी। उन्होंने कहा कि अगर वो संपत्ति डिक्लेयर करें तो वक्फ की जमीन में से पाकिस्तान और बांग्लादेश की जमीन के बराबर का हिस्सा निकलकर सामने आएगा। अगर इस वक्फ के खिलाफ आवाज नहीं उठाई तो एक दिन ऐसा आएगा की देश के हर कोने को वक्फ घोषित कर देंगे।
मैं बीजेपी या प्रो-बीजेपी नहीं
उन्होंने कहा कि सांसद हरनाथ यादव के संसद में दिए गए भाषण का मैं समर्थन करता हूं। वक्फ एक्ट 1995 एक ऐसा काला कानून है, जिसको खत्म करना चाहिए। इसके लिए देश के सभी लोगों को संगठित होना चाहिए। सभी सांसदों को इसका समर्थन करना चाहिए और इस पर चर्चा होनी चाहिए। वक्फ में जो बदतर प्रोविजन दिए गए हैं, मैं चाहता हूं कि इस पर संसद में चर्चा हो। जो लोग सेकुलर हैं वो बताएं कि यह वक्फ का कानून कैसे लागू हो सकता है। जो कांग्रेस की सरकार ने महापाप किया है उसको खत्म करें। मैं जो अपनी बात रखता हूं, वह सनातन के पक्ष में रखता हूं। मैं जब 40 हजार मंदिरों को मुक्त करने की बात करता हूं, प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट या वक्फ को खत्म करने की बात करता हूं तो यह सब बीजेपी के मुद्दे नहीं थे। मैं कोई बीजेपी या प्रो बीजेपी नहीं हूं। इस राष्ट्र के लिए जो जरूरी है सनातन के लिए जो जरूरी है वो आवाज उठाता हूं।
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