Highlights
- जेल में लोगों को रिश्वत देता है सुकेश
- नर्स के जरिए चिट्ठी बाहर पहुंचाने की कोशिश की थी
- व्हाट्सएप मैसेज मामले में वार्डन सस्पेंड
Sukesh Chandrasekhar Case: दिल्ली की तिहाड़ जेल प्रशासन ने महाठग सुकेश चंद्रशेखर का मैसेज अपने व्हाट्सएप से जेल से बाहर जाकर किसी दूसरे शख्स को भेजने के मामले में जेल के एक वार्डन को सस्पेंड किया है। तिहार जेल सूत्रों के मुताबिक महाठग के चंद्रशेखर ने तिहाड़ जेल के वार्डन को अपना मैसेज भेजने की एवज में 5 लाख देने का वादा किया था। तकरीबन एक सप्ताह पहले भी तिहाड़ जेल में तैनात एक नर्स ने सुकेश चंद्रशेखर की एक चिट्ठी जेल के बाहर से भेजने की कोशिश की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब तिहाड़ जेल प्रशासन ने महाठग सुकेश चंद्रशेखर को जेल नंबर 3 से सेल नंबर 8 में शिफ्ट कर दिया है।
इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुकेश चंद्रशेखर ने बताया था कि उसने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को कथित तौर पर 12 करोड़ रुपये से ज्यादा की रिश्वत दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इस बात की पुष्टि की है। जांच एजेंसी का कहना है कि यह पैसे खुद को प्रताड़ित होने से बचाने और जेल के अंदर से अपना सिंडिकेट चलाने के बदले दिए गए थे। अब जब सुकेश की तरफ से इन बातों का खुलासा किया गया है तो कोर्ट भी इस मामले की तह में जाना चाहता है।
पीठ ने मांगी पूरी जानकारी
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की तह तक जाने का फैसला लेते हुए सुकेश से रिश्वत लेने वालों के नाम बताने को कहा था। साथ ही पूछा है कि उसने जेल में रहते हुए इतनी बड़ी रकम का इंतजाम कैसे किया? न्यायमूर्ति यू यू ललित, न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ ने कहा कि सुकेश को उन जेल अधिकारियों के नाम बताने चाहिए जिन्हें उसने कथित तौर पर रिश्वत दी है। इसके साथ ही सुकेश ने खुद को दिल्ली से बाहर किसी जेल में शिफ्ट करने की मांग की है।
कोर्ट के सामने पेश करें पूरा ब्योरा
कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था, 'इसलिए हम याचिकाकर्ता से उन सभी व्यक्तियों की सूची प्रस्तुत करने का आह्वान करते हैं, जिन्हें सुकेश ने कथित तौर पर रिश्वत दी। उनका पूरा ब्योरा और नाम कोर्ट के सामने आने चाहिए। सुनवाई की अगली तारीख से पहले सभी विवरण दाखिल कर दें।' अब इस मामले की अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी। वहीं इसी मामले में ईडी ने पीठ को बताया कि उसने जेल अधिकारियों को जेल के अंदर अपना सिंडिकेट चलाने के लिए भुगतान किया है और अब वह दूसरी जेल में शिफ्ट होना चाहता है क्योंकि तिहाड़ में उसकी अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश हो चुका है और वह जेल अधिकारियों को घूस देते हुए पकड़ा गया है।