Punjab News: पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को दिन दहाड़े शिवसेना के नेता सुधीर सूरी की हत्या कर दी गई। सुरक्षा कर्मियों और पुलकर्मियों की मौजूदगी में गोली मारकर हत्या करने की घटना ने कई प्रश्न खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने शूटर और हत्या के आरोपी संदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संदीप की कार पर खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की फोटो लगी हुई है, जो वारिस दे का प्रमुख है। अमृतपाल को जरनैल सिंह भिंडरावाले और खालिस्तान समर्थक माना जाता है। इसी कार से एक टारगेट लिस्ट भी बरामद हुई है, जिसमें कुछ नाम लिखे हुए हैं।
सूरी के समर्थकों ने खालिस्तानियों की साजिश बताया
पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हमलावर पूरी योजना के साथ आए थे। उनके पास हथियार थे, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। सूरी के समर्थकों का साफ कहना है कि यह हत्या खालिस्तानियों ने कराई है और उनकी कई और लोगों को मारने की साजिश है। उन्होंने अमृतपाल का नाम भी लिया है। दरअसल अमृतपाल कुछ दिन पहले ही दुबई से भारत आया था और उसे बिरसा खालसा का चीफ बनाया गया था। अमृतपाल ने पंजाब के कई जिलों में सम्मेलन किए थे। अब डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वे स्वयं दौरा करेंगे। हत्या के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने प्रदर्शन किया है।
केंद्रीय एजेंसियों ने पहले ही कर दिया था अलर्ट
2 दिन पहले ही केंद्रीय एजेंसियों ने अलर्ट कर दिया था और कहा था कि सुधीर सूरी पर हमला हो सकता है। उधर, बीजेपी नेता अश्वनी शर्मा ने कानून व्यवस्था पर प्रश्न उठाया है। बता दें कि अमृतसर में धरना प्रदर्शन के दौरान शिवसेना को गोली मार दी गई। 4 दिन पहले उन्हें धमकी दी गई थी कि उन्हें गोली मार दी जाएगी। बताया गया कि शिवसेना नेता सुधीर सूरी पर AK-47 से बड़ा हमला हुआ है। सुधीर सूरी अमृतसर में धरने पर बैठे थे। इस दौरान सुधीर सूरी को कई गोलियां लगी हैं।
इसलिए किया जा रहा था धरना प्रदर्शन
यहां गोपाल मंदिर के बाहर कूड़े में भगवानों की मूर्तियां मिलने के विरोध में शिवसेना नेता मंदिर के बाहर धरने पर बैठे थे। इसी दौरान किसी ने भीड़ में से उन्हें टारगेट करके गोली मार दी। इसके बाद उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनकी मौत हो गई।