ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को कहा कि ‘सुभद्रा योजना’ 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर शुरू की जाएगी। यह एक वित्तीय सहायता योजना है जिसका वादा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने चुनावी घोषणापत्र में किया था। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार (खजाना) जल्द ही खोला जाएगा और इसके अंदर संग्रहित कीमती सामान की एक सूची बनाई जाएगी। माझी यहां राज्य में पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों और विधायकों को सम्मानित करने के लिए ओडिशा भाजपा द्वारा आयोजित एक अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
17 सितंबर को ओडिशा में लागू होगी सुभद्रा योजना
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सुभद्रा योजना 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर शुरू की जाएगी।’’ भगवान जगन्नाथ की बहन के नाम पर रखी गई इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को 50,000 रुपये के नकद ‘वाउचर’ प्रदान किए जाएंगे। माझी ने कहा कि ‘रत्न भंडार’ जल्द ही खोला जाएगा और भगवान के कीमती सामान की एक सूची बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई अनियमितता पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुरी में 12वीं सदी के मंदिर के तहखाने में स्थित रत्न भंडार को फिर से खोलना राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा था।
बीजेडी सरकार पर निशाना
उन्होंने कहा कि पिछली बीजू जनता दल (बीजद) सरकार ने वादा किया था कि अगले महीने इस साल की रथ यात्रा के दौरान भंडार और मरम्मत कार्य के लिए खजाना फिर से खोला जाएगा। खजाने की सूची आखिरी बार 1978 में बनाई गई थी। रत्न भंडार में संग्रहित चीजों को लेकर ‘ऑडिट’ की बात भाजपा के घोषणापत्र में भी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरी जगन्नाथ मंदिर के उचित प्रबंधन के लिए उनकी सरकार ने 500 रुपये की निधि बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में जो भी वादे किए हैं, उन्हें भाजपा सरकार की 100 दिवसीय कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा। माझी ने कहा कि उनकी सरकार ने इस खरीफ सीजन से ओडिशा के किसानों से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने की घोषणा की है।