कर्नाटक के मांड्या जिले के मांड्या आयुर्विज्ञान संस्थान (MIMS) में एक लावारिस नवजात बच्ची को आवारा कुत्तों द्वारा खाने की कोशिश करने की दर्दनाक घटना सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को कहा कि उन्हें संदेह है कि बच्ची को लेकर सामाजिक कलंक के कारण उसके माता-पिता ने लावारिस छोड़ दिया था। वे सबूत जुटाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। पुलिस के अनुसार, डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची का जन्म एक दिन पहले हुआ था और वह विकलांग दिख रही थी, जो उसके माता-पिता द्वारा उसे छोड़ने का कारण भी हो सकता है। मंगलवार को एमआईएमएस के वार्ड नंबर सात के पास कुत्तों के एक झुंड को बच्ची को खाते देख लोगों ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी।
बच्ची ने तोड़ दिया दम
लोगों ने देखा कि नवजात जीवित है, लोगों ने जब बचाव के समय बच्ची के घाव और कुत्तों के काटने के निशान देखे तो वह अस्पताल प्रशासन पर नाराज हो गए। पुलिस ने कहा, एमआईएमएस के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और नवजात बच्ची को बचाया। हालांकि, बाद में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इस संबंध में मांड्या शहर के पश्चिम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस को संदेह है कि नवजात शिशु को कुत्तों ने परिसर में घसीटा था।
कुत्तों का आतंक बढ़ गया है
कुत्तों के आतंक की कई घटनाएं बीते दिनों में सामने आ चुकी हैं। हाल ही की बात है जब उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की एक सोसाइटी की लिफ्ट में पालतू कुत्ते ने एक बच्चे को काट लिया। बच्चा लिफ्ट में रोता रहा, दर्द से कराहता रहा, लेकिन कुत्ते की मालकिन चुपचाप खड़ी देखती रही। कुत्ते ने बच्चे को दोबारा भी काटने की कोशिश की लेकिन मालकिन ने कुत्ते को काबू में करने के लिए कुछ नहीं किया। यह पूरी घटना लिफ्ट में लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। जिसके बाद बच्चे के अभिभावकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।