Highlights
- स्पाइसजेट के ऑपरेशन को लेकर जांच की मांग
- स्पाइसजेट सुरक्षित और विश्वसनीय एयर सर्विस देने में विफल
- "यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है"
SpiceJet News: दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका(PIL) दायर कर मांग की गई है कि स्पाइसजेट(SpiceJet)की सभी उड़ानें एक के बाद एक खराबी के बीच रोक दी जाएं। याचिका (PIL) में यह भी कहा गया है कि कोई बड़ी घटनाएं न हों इस लिए उड़ानें रोक दी जानी चाहिए, जहां जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता है। याचिका(PIL) में आगे कहा गया है कि स्पाइसजेट(SpiceJet) सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय एयर सर्विस देने में विफल रही है। यह याचिका(PIL) वकील राहुल भारद्वाज द्वारा दायर की गई है।
स्पाइसजेट के उड़ानों के संबंध में हुई कई घटनाएं
याचिका(PIL) में कहा गया है कि हाल में ही स्पाइसजेट(SpiceJet) की उड़ानों के संबंध में कई घटनाएं हुई हैं। भारद्वाज ने याचिका(PIL) में मांग की है कि स्पाइसजेट(SpiceJet) के ऑपरेशन को ठीक से मैनेज किया जा रहा है या नहीं, इसकी जांच के लिए एक आयोग का गठन किया जाना चाहिए। एविएशन रेगुलेटर DGCA ने पिछले 18 दिनों में मिड-एयर तकनीकी खराबी की 8 घटनाओं के बाद स्पाइसजेट(SpiceJet) को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि एयरलाइन सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय एयर सर्विस देने में विफल हुई है।
स्पाइसजेट के सिक्योरिटी मार्जिन में गिरावट
बता दें कि घटनाओं को लेकर DGCA की समीक्षा से पता चला है कि खराब इंटरनल सेफ्टी की चेकिंग और अपर्याप्त रखरखाव कार्यों के कारण स्पाइसजेट के सिक्योरिटी मार्जिन में गिरावट दर्ज हुई है, एयरलाइन के प्रमुख अजय सिंह ने कहा कि एयरलाइन अब दोगुना सावधान होगा और उड़ान के पहले ही विमानों की चेकिंग कार्यों को और मजबूत करेगा। स्पाइसजेट(SpiceJet) के एक बयान में यह भी कहा गया है कि वह अपने यात्रियों और पायलेटों के लिए एक सुरक्षित ऑपरेशन सुनिश्चित कराने के लिए कमिटेड है।
कोलकाता लौटा था एक कार्गो प्लेन
तकनीकी खराबी की 8वीं घटना मंगलवार को सामने आई जब स्पाइसजेट(SpiceJet) का चीन के चोंगकिंग की ओर जा रहा एक कार्गो प्लेन कोलकाता लौट आया, क्योंकि पायलटों ने उड़ान भरने के बाद देखा कि प्लेन का मौसम रडार काम नहीं कर रहा था। उसी दिन, एयरलाइन की 2 सिविलियन फ्लाइट में भी तकनीकी खराबी आई।
DGCA के नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इससे समझौता नहीं किया जाएगा।