Highlights
- इंफॉर्मेशन अपने पास कॉपी करके रख लेता है
- बैंक अकाउंट को एक्सेस करता है
- बैंक में पड़ी धन राशि गायब हो सकती है
Sova Virus Attack on Mobile phone: एक समय में कोरोना वायरस लोगों के ऊपर अटैक कर रहा था। अपने चपेट में लेकर लाखों को लोगों की जान तक ले लिया। अब फिर एक ऐसा वायरस जो इंसानों पर नहीं मोबाइल फोन पर पर हमला बोल रहा है। वैसे तो आपके पास आस-पास कई वायरस होते हैं जो आपके लिए खतरा पैदा नहीं करते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी वायरस है जो आपके रोजमर्रा जीवन में प्रयोग करने वाले वस्तुएं पर हमला कर रहे हैं। ये वायरस आपके फोन पर अटैक कर आपकी सारी गोपनीय चीजों को मोबाइस से चुरा ले रहे हैं। हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंको ने अपने ग्राहकों के लिए चेतावनी जारी की थी।
बैंको ने ग्राहकों से किया अपील
बैंको ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वायरस का नाम सोवा (sova) वायरस है। ये वायरस आपके फोन में सीधे घुसपैठ करता है। एक बार आपके फोन में जगह बना लें तो जल्दी निकलने का नाम नहीं लेता है। इस वायरस के मदद से हैकर्स आपके फोन में पड़ी महत्वपूर्ण जानकारी को चोरी करने लगता है। आप जो भी डॉक सेव करते हैं उस डॉक तुरंत कॉपी करके अपने पास सेव कर लेता है। स्टेट बैंक ने अपने सभी ग्राहकों से अपील किया है कि सोवा (sova) मैलवेयर से सावधान रहने की जरुरत है।
बैंकिंग ऐप्स वाले पर बनाते हैं निशाना
बैंक ने ट्वीट करते हुए अपने ग्राहकों को बताया कि सोवा (sova) एक ऐसा मैलवेयर है, जो फोन में आपके वैल्यूएबल एस्टेट्स को चुराता है। आगे बैंक ने बताया कि ये एक एंड्रॉयड बैंकिग ट्रोजन मैलवेयर है, जो आपके पर्सनल इंफॉर्मेशन अपने पास कॉपी करके रख लेता है। इसमें सबसे पहले बैंक से जुड़ी ऐप्स को निशाना बनाता है। जब कोई यूजर नेट-बैंकिग ऐप्स को लॉगिन करता है और बैंक अकाउंट को एक्सेस करता है तो ये मैलवेयर यूजर के क्रिडेंशिल्स को चुरा लेता है।
फर्जी ऐप्स को डाउनलोड करने से बचे
इसी संबंध में पीएनबी बैंक ने बताया कि फिशिंग एसएमएस (SMS) के जरिए भी इस मैलवेयर को भेजा जा रहा है। अगर आपने किसी वजह से कोई फर्जी ऐप अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल कर लिया है तो यह मैलवेयर हमेशा के लिए आपके फोन में जगह बनाकर रहने लगेगा। इसके बाद आपके फोन के सभी फाइनेंशियल क्रिडेंशियल्स को हैकर्स तक पहुंचान में मदद करेगा। जिसके बाद आपके बैंक में पड़ी धन राशि गायब हो सकती है।
आपकी हर गतिविधियों पर नजर
आप जब कोई फर्जी ऐप्स अपने फोन में इंस्टॉल करते हैं तो ये ऐप के माध्यम से आपको ऐप्स की डिटेल भेजता है। इस ऐप की मदद से बैंकिंग वाले ऐप्स को टारगेट करता है। ये इतना खतरनाक होता है कि आपके फोन की हर गतिविधियों पर नजर बनाए रखता है। यानी यूं समझे कि आप अपने फोन में क्या कर रहे हैं, उस हैकर्स को सब पता हो जाता है। यहां तक की आपके फोन के अंदर का स्क्रीनशॉट ले सकता है। इसके आलावा आपको कई ऐसे पॉपऑप आएंग जिसे आपको खोलने पर मजबूर कर देगा।
क्या है बचने का तरीका
आप अपने फोन में कोई भी ऐप्स डाउनलोड कर रहे हैं तो सबसे पहले ध्यान देना है कि जो आप ऐप डाउनलोड करने जा रहे हैं। क्या वो गूगल प्ले स्टोर पर ऑथेटिंक है, अगर है तो आप तभी डाउलोड करें। इसके आलावा उस ऐप का रिव्यू भी पढ़े। साथ ही साथ ऐप को इंस्टॉल करने से पहले देखे कि आपसे ऐप्स क्या-क्या परमिशन मांग रहा है। अगर आपको लगता है कि ये जरूरत की परमिशन नहीं है फिर भी आपसे वो मांग रहा है तो आप ऐप को इंस्टॉल ही नहीं करें। वहीं आपके फोन में कई ऐसे लुभावने मेसेज आ सकते हैं, ये डायरेक्ट और सोशल मीडिया के जरिए भी आ सकता है, तो आपको इस प्रकार के मेसेज से बचना होगा। सोशल मीडिया या सामान्य कहीं से भी कोई भी अनजान लिंक भेजता है तो बिल्कुल नहीं खोले। किसी लिंक के जरिए को ऐप को डाउनलोड नहीं करें। किसी भी ऐसे वेबासाइट पर ना जाए, जो अनऑथराइज्ड ना हो।