केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को अपने बजट भाषण में महिलाओं के एम्पावरमेंट के लिए एक खास सेविंग स्कीम का ऐलान किया था, जिसका नाम 'महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट' दिया गया। सरकार ने डाकघर द्वारा संचालित इस नई सेविंग स्कीम की शुरुआत 1 अप्रैल से की है। दिलचस्प बात ये है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इस नई सेविंग स्कीम में अपना अकाउंट ओपन कराया है।
लाइन में लगकर खुलवाया अकाउंट
दरअसल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को संसद मार्ग पर स्थित मुख्य डाकघर पहुंचीं। वहां उन्होंने ने लाइन में लगकर 'महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट' अकाउंट खुलावाया। इस दौरान की उनकी कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं। देखा जा सकता है कि स्मृति ईरानी डाकघर में लाइन में खड़ी हैं। इस दौरान महिलाओं से उन्होंने इस योजना का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने की अपील की।
डाकघर के कर्मचारियों से की बातचीत
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने डाकघर में लाइन में लगकर इसमें अकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया पूरी कीं। डाकघर के काउंटर पर ही उनका 'महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र' (MSSC) अकाउंट खोला गया और कंप्यूटर के जरिये निकाली गई पासबुक उन्हें दी गई। इस दौरान उन्होंने MSSC और सुकन्या स्मृद्धि योजना (SSY) के कुछ अकाउंट होल्डर्स के अलावा डाकघर के कर्मचारियों से भी बातचीत की।
क्या है MSSC स्कीम?
सामान्य सेविंग स्कीम के मुकाबले महिलाओं और लड़कियों को बेहतर ब्याज देने के लिए भारत सरकार ने 'महिला बचत सम्मान प्रमाण पत्र' (MSS) स्कीम को शुरू किया है। इस स्कीम में 7.5 फीसदी सालाना ब्याज मिलेगा। इसके अलावा MSSC में दो साल तक पैसा जमा रखना पड़ेगा। दो साल बाद ब्याज और मूलधन के साथ पूरी रकम वापस मिल जाएगी।