रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि इस साल के अंत तक स्लीपर बर्थ वाला पहला वंदे भारत ट्रेन तैयार हो जाएगा। वहीं एक साल में पहली वंदे मेट्रो का प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक देश की पहली बुलेट ट्रेन जुलाई या अगस्त 2026 तक भारत में शुरुआत हो सकती है। रेल मंत्री का इस मामले पर कहना है कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है। एक चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में अश्विन वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र के सभी 13 स्टेशन ट्रेन के लिए तैयार हैं।
रेल यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय भारत की अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस का स्लीपर वर्जन भी साल के अंत तक तैयार हो जाएगा। जो कि 220 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने के लिए बनाया गया गया है। वहीं एल्युमिनियम से बनी स्लीपन वर्जन की ये ट्रेनें पटरियों पर 200 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी। बता दें कि वंदे भारत धीरे धीरे कर शताब्दी एक्सप्रेस का स्थान ले रही है। वंदे भारत के स्लीपर वर्जन के आने के बाद राजधानी एक्सप्रेस का स्लीपर वर्जन एक्सप्रेस ट्रेनों को विकल्प के रूप मेों काम करेंगा। बता दें कि भारतीय रेलवे द्वारा 400 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण के लिए बोलियां मांगी हैं।
मुंबई-शिर्डी रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू
मुंबई से दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में से एक बृहस्पतिवार रात यहां छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) पहुंची। इस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह शुरू करने वाले हैं। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से सुबह पुणे पहुंची, शाम को मुंबई के लिए रवाना हुई और रात करीब साढ़े आठ बजे सीएसएमटी पहुंची। तीव्र गति वाली ट्रेन 10 फरवरी को अपनी पहली दौड़ से पहले अपने “पार्किंग ब्रेक” का परीक्षण करने के लिए मुंबई के बाहरी इलाके के पहाड़ी क्षेत्र में परीक्षण से गुजरेगी। अधिकारियों ने कहा कि दूसरी नई ट्रेन के छह फरवरी को मुंबई पहुंचने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 फरवरी को मुंबई-सोलापुर और मुंबई-शिर्डी मार्म पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू कर सकते हैं।
वंदे मेट्रो पर काम जारी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्रालय से वंदे भारत ट्रेनों के समान, “वंदे मेट्रो” लाने के लिए कहा है। “वंदे मेट्रो” पास के दो बड़े स्टेशनों के बीच चलने वाली ट्रेन की अवधारणा की तरह है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रेलवे ने पिछले साल खाद्यान्न, उर्वरक और कई अन्य वस्तुओं के परिवहन में 59,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है जो प्रत्येक यात्री के लिए 55 प्रतिशत रियायत के बराबर है।
उन्होंने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री ने इस वर्ष लक्ष्य दिया है। वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद, (उन्होंने) एक नई विश्व स्तरीय क्षेत्रीय ट्रेन विकसित करने के लिए कहा, जो वंदे मेट्रो होगी।” “वंदे मेट्रो” की अवधारणा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि ट्रेनों को दो शहरों के बीच उच्च आवृत्ति के साथ चलाया जाएगा जो प्रत्येक 100 किलोमीटर से कम के करीब हैं।
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