Highlights
- कुछ सालों में लॉरेंस गैंग को 100 से ज्यादा ऑटोमेटिक हथियारों की सप्लाई की गई
- NIA शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे खुर्जा में की कार्रवाई
- 29 मई को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या
Sidhu Moosewala Murder: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मौत को हुए एक महीने से ज्यादा वक्त गुजर चुका है। लेकिन पुलिस अभी घटना से जुड़े सभी क्रमों न तो जोड़ पाई है और न ही आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है। सिंगर की हत्या की जिमीदारी बिश्नोई गैंग ने ली थी, जिसके बाद जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पंजाब पुलिस की रिमांड पर है और गोल्डी बराड़ कनाडा में बैठा हुआ है।
अब NIA ने इस हत्याकांड के सिलसिले में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा में छापेमारी की है। NIA ने मूसेवाला की हत्या में AK-47 सहित अन्य हथियार सप्लाई करने वाले की तलाश में यह कार्रवाई की है। यहां से NIA एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है।
लॉरेंस ने लिया खुर्जा के कुर्बान-इमरान का नाम
पुलिस के सूत्रों के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई गैंग को हथियार देने वाले मुख्य सप्लायर बुलंदशहर जिले के खुर्जा से जुड़े हुए हैं। इसमें मुख्य रूप से कुर्बान अंसारी और इमरान का नाम सामने आया है। लॉरेंस गैंग ने खुर्जा के गैंग से आठ लाख रुपए में AK-47 खरीदी थी, जिसे कुछ दिन तक गाजियाबाद के एक ठिकाने पर भी छिपाकर रखा गया था।
कहा जा रहा है कि यह गैंग पिछले कुछ सालों में लॉरेंस गैंग को 100 से ज्यादा ऑटोमेटिक हथियारों की सप्लाई कर चुका है। इसके अलावा इसने बिश्नोई गैंग के अलावा कई और गैगों को भी हथियारों की सप्लाई की है। NIA शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे खुर्जा के मोहल्ला चौहट्टा में कुर्बान अंसारी के बेटे नदीम के घर पहुंची। जांच एजेंसी ने घर की तलाशी ली और नदीम से पूछताछ करने के बाद उसे अपने साथ ले गई।
कौन है कुर्बान अंसारी ?
कुर्बान अंसारी एक हथियार सप्लायर के रूप में कुख्यात है। अगस्त 2016 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक करोड़ रुपए कीमत की 10 विदेशी पिस्टल सहित कुर्बान और उसके भाई रेहान अंसारी को गिरफ्तार किया था। ये हथियार पाकिस्तान से मंगवाए गए थे। उस वक्त दोनों भाई खुर्जा में सिरेमिक फैक्ट्री चलाते थे, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक स्विच बनते थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कुछ समय पहले कुर्बान अंसारी की कोरोना से मौत हो चुकी है।