Highlights
- हार्ट अटैक से हुई महिला तीर्थयात्री की मौत
- केदारनाथ में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संख्या तय की
- संख्या तय करने से यात्रियों को आ रही परेशानी
Shri Badrinath Dham: बद्रीनाथ धाम में एक महिला तीर्थयात्री ने हार्ट अटैक से दम तोड़ दिया। वहीं पुलिस ने कंचन गंगा के समीप बद्रीनाथ हाईवे के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल गोपेश्वर भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, मंगलवार देर रात बद्रीनाथ में राजस्थान के अलवर की रहने वाली महिला तीर्थयात्री रामप्यारी (79) की अचानक तबियत खराब हो गई। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बद्रीनाथ ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सीएमओ डॉ. एसपी कुड़ियाल ने बताया कि महिला तीर्थयात्री की हृदय गति रुकने से मौत हुई है। वहीं, मंगलवार रात को बद्रीनाथ थाना पुलिस को बद्रीनाथ हाईवे पर कंचन गंगा के समीप एक व्यक्ति के अचेत अवस्था में पड़े होने की सूचना मिली। जिस पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस उसे बद्रीनाथ के अस्पताल ले गई, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मृतक का बांया हाथ कंधे से कटा हुआ है। थानाध्यक्ष केसी भट्ट ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है।
केदारनाथ में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यात्रियों की संख्या तय की
केदारनाथ में बढ़ रही यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शासन की ओर से प्रतिदिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या का निर्धारण कर दिया गया है। यात्रियों की संख्या का निर्धारण का ट्रांसपोर्टरों ने भी मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शासन की ओर से केदारनाथ में यात्रियों के दर्शन करने की क्षमता 15 हजार और यमुनोत्री में दर्शन करने की क्षमता पांच हजार कर दी गई है। यात्रियों की संख्या निर्धारण करने के बाद पंजीकरण काउंटर पर अब यात्रियों को दर्शन करने की तारीख मिल रही है।
यात्रा पर जा रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान
- स्वास्थ्य जांच के बाद ही यात्रा पर जाएं, धूम्रपान और अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
- बीमार व्यक्ति अपने डॉक्टर के परामर्श का पर्चा, डॉक्टर का नंबर और लिखी गई दवाएं साथ रखें।
- अति बुजुर्ग और पूर्व में कोविड से ग्रसित रहे लोगों को यात्रा फिलहाल रद्द करने की सलाह दी गई है।
- तीर्थस्थल पर पहुंचने से पूर्व मार्ग में एक दिन का विश्राम करना उचित होगा।
- हृदय, सांस, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोग ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें।
- सिर दर्द, चक्कर, घबराहट, दिल की धड़कन तेज होने, उल्टी, हाथ-पांव और होठों का नीला पड़ना, थकान महसूस होना, सांस फूलना, खांसी जैसे लक्षण होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचें। या 104 व एंबुलेंस के लिए 108 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
- यात्रा के दौरान पानी पीते रहें और भूखे पेट न रहें, ऊंचाई वाले स्थानों पर व्यायाम से बचें, लंबी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम जरूर करें।
संख्या तय करने से यात्रियों को आ रही परेशानी
आईएसबीटी स्थित चारधाम यात्रा पंजीकरण काउंटर पर केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को 20 मई की तिथि मिल रही थी। टीजीएमओ कंपनी के सचिव हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि एक ओर से सरकार 30 लाख यात्रियों का आने का दावा कर रही है। वहीं केदारनाथ में एक दिन में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 15 हजार तय करने से बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को परेशानी होगी। जो यात्री अपना प्लान बनाकर अपने घर से चले हैं। यदि ऋषिकेश पंजीकरण के दौरान उन्हें 15 दिन बाद की तिथि दर्शन के लिए मिलती है तो वह परेशान हो जाएंगे।
इनपुट: आईएएनएस