Highlights
- कलेक्टर ने कहा, भक्तों को मंदिर के पूर्वी द्वार (सिंह द्वार) से प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
- समर्थ वर्मा ने कहा, पुरी के स्थानीय लोग पश्चिमी द्वार से मंदिर के अंदर जाएंगे।
- जिला कलेक्टर ने कहा कि मंदिर में जनता के दर्शन के लिए जल्द ही विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
पुरी: ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि स्थानीय लोगों की आजीविका और राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति में ‘मामूली’ सुधार को ध्यान में रखते हुए एक फरवरी से भक्तों के लिए पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर को फिर से खोला जाएगा। पुरी के जिला कलेक्टर समर्थ वर्मा ने श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) और छतीसा निजोग (मंदिर सेवा निकाय) के सदस्यों की एक बैठक के बाद कहा कि बारहवीं शताब्दी का मंदिर रविवार को सैनिटाइजेशन (स्वच्छता) के लिए बंद रहेगा।
‘स्थानीय अर्थव्यवस्था ज्यादातर मंदिर पर निर्भर है’
समर्थ वर्मा ने कहा, ‘स्थानीय अर्थव्यवस्था ज्यादातर मंदिर पर निर्भर है। इसके अलावा लोगों की भावनाओं और कोविड-19 के मामलों में मामूली गिरावट को ध्यान में रखते हुए, एक फरवरी से जनता के लिए मंदिर को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है।’ उन्होंने कहा कि स्थानीय स्थिति को देखते हुए त्योहारों पर मंदिर बंद रहेगा। कलेक्टर ने कहा, ‘भक्तों को मंदिर के पूर्वी द्वार (सिंह द्वार) से प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जबकि पुरी के स्थानीय लोग पश्चिमी द्वार से मंदिर के अंदर जाएंगे।’
10 जनवरी से 31 जनवरी तक मंदिर बंद था
SJTA ने राज्य में कोविड-19 मामलों के फिर से बढ़ने और कुछ सेवकों और मंदिर कर्मचारियों के वायरस से संक्रमित होने के मद्देनजर 10 जनवरी से 31 जनवरी तक मंदिर को बंद कर दिया था। मंदिर हालांकि भक्तों के लिए बंद था लेकिन देवताओं के नियमित अनुष्ठानों में कोई बाधा नहीं थी। जिला कलेक्टर ने कहा कि मंदिर में जनता के दर्शन के लिए जल्द ही विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
मंदिर खोलने के लिए लोगों ने किया था प्रदर्शन
समर्थ वर्मा ने कहा कि इसमें दर्शन के समय और महामारी के दौरान मंदिर में प्रवेश करने के लिए आवश्यक सावधानियों का उल्लेख होगा। इससे पहले, एक स्थानीय संगठन श्री जगन्नाथ सेना ने मंदिर को फिर से खोलने की मांग को लेकर मंदिर के सामने प्रदर्शन किया था।