श्रद्धा वॉकर की हत्या के मामले में एक से बढ़कर एक खुलासे हो रहे हैं, जिसे सुनकर पूरा देश हैरान है। श्रद्धा के लिव इन पार्टनर आफताब आमीन पूनावाला ने उसे गला दबाकर मारने के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए। फिर इन्हें जंगल में ठिकाने लगा दिया। इस हत्याकांड ने 2010 की उसी खौफनाक कहानी को याद दिला दिया, जिसमें श्रद्धा की तरह ही एक और महिला की हत्या की गई थी। हत्या के दोनों मामलों में काफी समानताएं हैं। तब 36 साल की अनुपमा गुलाटी की उसके पति राजेश गुलाटी ने उत्तराखंड के देहरादून में हत्या कर दी थी। हत्यारे ने अनुपमा को मारने के बाद उसके शरीर के 70 टुकड़े करने के लिए बिजली से चलने वाले कटर का इस्तेमाल किया था।
दोनों के बीच हुआ था झगड़ा
दिल्ली की रहने वाली अनुपमा की शादी देहरादून के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी से 1999 में हुई थी। दोनों अमेरिका रहने चले गए थे। दंपति के दो बच्चे भी थे, जो अमेरिका में ही पैदा हुए। फिर छह साल बाद 2006 में ये लोग भारत लौट आए। परिवार देहरादून में आकर बस गया लेकिन पति पत्नी के रिश्ते में सब ठीक नहीं चल रहा था। अनुपमा ने राजेश पर कोलकाता की एक महिला के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया।
अनुपमा के शरीर के 70 टुकड़े किए गए
अनुपमा और राजेश के बीच अकसर झगड़े हुआ करते थे और 17 अक्टूबर, 2010 को वो हुआ, जिससे पूरा देश हिल गया। राजेश ने अपनी पत्नी को थप्पड़ मारा, जिसके बाद उसका सिर दीवार से टकरा गया। वह बेहोश होकर गिर गई। राजेश को डर था कि वह उठने के बाद पुलिस में उसके खिलाफ शिकायत कर सकती है। उसने उसे मारने के लिए तकिए या इस्तेमाल किया। फिर राजेश बिजली से चलने वाला कटर लाया और अपनी पत्नी के शरीर के 70 टुकड़े कर दिए। जिन्हें वो कुछ दिनों तक राजपुर रोड पर मसूरी मोड़ पर एक नाले में फेंकता रहा।
आफताब के जैसा तरीका अपनाया
आफताब पूनावाला हत्या को कवर अप करने के लिए श्रद्धा का सोशल मीडिया हफ्तों तक इस्तेमाल करता रहा। ताकि सबको लगे कि वह जिंदा है। ठीक इसी तरह अनुपमा का पति भी उसके परिवार और दोस्तों को गुमराह करने के लिए अनुपमा की मेल आईडी से उन्हें मैसेज भेजा करता था। उसने अपने दोनों बच्चों और यहां तक कि पड़ोसियों तक से कह दिया था कि अनुपमा दिल्ली गई है। हत्या का खुलासा दिसंबर में हुआ। जब अनुपमा का भाई कई दिनों तक उससे संपर्क नहीं कर पाया, तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
फ्रिज में रखे गए शरीर के टुकड़े
आफताब पूनावाला की तरह ही राजेश ने भी अपनी पत्नी के शरीर के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था। पुलिस ने शरीर के कई हिस्सों को बरामद कर लिया था, जिसमें अनुपमा की सिर भी शामिल था। जो डीप फ्रीजर में मिला।
राजेश को उम्रकैद की सजा सुनाई गई
साल 2017 में देहरादून की एक अदालत ने राजेश को हत्या का दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास और 15 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई। देहरादून के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी एस मर्तोलिया, जिनके कार्यकाल के दौरान अनुपम गुलाटी हत्याकांड का खुलासा हुआ था, ने कहा कि इस तरह से हत्या करने वाले लोगों को 'सामान्य' नहीं माना जा सकता। मर्तोलिया ने कहा था, "अपने पूरे करियर में, मैंने कभी इस तरह का मामला नहीं देखा था, जहां हत्यारे ने शव पर इस तरह का क्रूर अत्याचार किया हो।" ऐसी हत्याएं अचानक नहीं होती हैं। उन्होंने कहा कि झगड़े और घरेलू हिंसा के कृत्यों के रूप में संकेत प्रकट होने लगते हैं।