पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत बाघ अभयारण्य यानी कि PTR में सफारी के दौरान 2 गाइडों और 2 ड्राइवरों ने कुछ ऐसा किया जिसकी वजह से उन्हें कड़ी सजा मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाइडों और ड्राइवरों को नियमों का उल्लंघन कर पर्यटकों को करीब से बाघ दिखाने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोनों को 15 दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है। उन्होंने कहा कि घटना बुधवार की है जब ड्राइवर गाड़ी को लेकर बाघ के बहुत करीब चले गए थे। उन्होंने कहा कि बाघ के इतने करीब जाना नियमों का उल्लंघन है, और इसी वजह से उनके खिलाफ एक्शन लिया गया है।
‘महोद रेंज से गुजर रही थीं सफारी गाड़ियां’
अधिकारियों ने बताया कि घटना का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। वीडियो के सामने आने के बाद अभयारण्य के उपनिदेशक मनीष सिंह ने माहोद रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी सहेंद्र यादव से रिपोर्ट मांगी थी। उपनिदेशक मनीष सिंह ने कहा, ‘रिपोर्ट में मामला सही पाया गया जिसके बाद गुरुवार को 2 नेचर गाइड और सफारी के 2 चालकों को 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया।’ सिंह ने बताया कि बुधवार को कुछ सफारी गाड़ियां पर्यटकों को लेकर महोद रेंज से गुजर रही थीं, तभी उन्हें वहां बाघ दिखाई दिया। उन्होंने बताया कि जल्द ही, अन्य सफारी वाहन भी मौके पर पहुंच गए और बाघ को घेर लिया।
कई लुप्तप्राय प्रजातियों का घर है PTR
अधिकारियों ने बताया कि बाघ के घिर जाने के बाद पर्यटकों ने उसकी तस्वीरें खींचीं और वीडियो रिकॉर्ड किया। उनके मुताबिक, गाड़ियों के ड्राइवर बाघ के बहुत करीब चले गए थे जो नियमों का उल्लंघन है। बता दें कि PTR में कुल बाघों की संख्या 70 से ज्यादा बताई गई है। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित PTR उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और शाहजहांपुर जिलों में फैला हुआ है। इस बाघ अभयारण्य के अंदर कई नदियां बहती हैं। इनमें चूका, माला और खन्नौत नदियां शामिल हैं। PTR भारत के 50 बाघ अभयारण्य परियोजनाओं में से एक है। यह कई दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों का घर है जिनमें बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुआ, दलदली हिरण और बंगाल फ्लोरिकन आदि शामिल हैं।