Highlights
- भारत निर्वाचन आयोग के एक फैसले पर आया आदित्य ठाकरे की प्रतिक्रया
- चुनाव आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव से पहले दिया आदेश
- दोनों गुटों को पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का उपयोग करने पर पाबंदी लगाई
Shivsena Election Symbol: भारत निर्वाचन आयोग के एक फैसले से शनिवार को शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत दोनों गुटों के द्वारा पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी है। चुनाव आयोग का यह फैसला सामने आते ही शिवसेना नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने शिंदे गुट पर जमकर भड़ास निकाली है।
सिंबल फ्रीज करवाना नीचता भरा काम, महाराष्ट्र की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी
आदित्य ने कहा कि गद्दारों ने शिवसेना के नाम और सिंबल को फ्रीज करवाने का नीचता से भरा जो काम किया है, महाराष्ट्र की जनता उसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘खोके वाले (भ्रष्ट) गद्दारों ने आज शिवसेना के नाम और सिंबल को फ्रीज करवाने का नीचता और निर्लज्जता से भरा काम किया है। महाराष्ट्र की जनता इसे सहन नहीं करेगी। हम लड़ेंगे और जीतेंगे! हम सत्य के साथ हैं! सत्यमेव जयते!’ बता दें कि बगावत के बाद से उद्धव गुट के नेता शिंदे गुट के नेताओं को गद्दार कहते हैं।
निर्वाचन आयोग ने दोनों गुट को नए नाम और चुनाव चिन्ह चुनने को कहा
बता दें कि पार्टी के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में एक अंतरिम आदेश जारी करके निर्वाचन आयोग ने दोनों से कहा है कि वे सोमवार तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नए नाम और चुनाव चिन्ह सुझाएं। आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिन्हों में से उन्हें किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा। अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव नजदीक आने की स्थिति में शिंदे गुट द्वारा अनुरोध किए जाने पर आयोग ने अंतरिम आदेश जारी किया है।