Highlights
- दोनों गुट अपने आपको असली शिवसेना बताने की पूरी कोशिश करेंगे
- शिवाजी पार्क में होगी ठाकरे गुट की रैली
- शिंदे गुट की रैली एमएमआरडीए मैदान में होगी
Shiv Sena Dussehra Rallies: शिवसेना के उद्धव और शिंदे गुट आज मुंबई में आमने-सामने होंगे। दोनों गुट आज अपनी-अपनी रैलियां करेंगे। पिछले 56 सालों से शिवाजी पार्क मैदान पर शिवेसना की दशहरा रैली हो रही है। कोरोना के चलते दो साल से यहां कोई रैली नहीं हुई है। अब शिवसेना के दो धड़ों में बंटने के बाद पहली बार रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में दोनों गुट अपने आपको असली शिवसेना बताने की पूरी कोशिश करेंगे। ठाकरे गुट की रैली शिवाजी पार्क में होगी जबकि शिंदे गुट एमएमआरडीए मैदान में रैली का आयोजन कर रहा है।
दूर-दूर से लोग मुंबई पहुंच रहे हैं
उद्धव ठाकरे के समर्थन में यहां लातूर, सातारा, सोलापुर, जलगांव, जलाना जैसे इलाकों से लोग पहुंच रहे हैं। कुछ लोग ऐसे भी है जो 7 दिनों तक पैदल चलकर सोलापुर से आए हैं। इनमें से कुछ लोगों ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री मानने से भी इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि वे बालासाहेब ठाकरे के विचार को सुनने के लिए आए हैं। इन लोगों का कहना है कि बालासाहेब ठाकरे के असली विचार उद्धव के पास हैं। इनमें से कई लोग 30 सालों से हर बार यहां आते रहे हैं।
रैली को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के कुछ विधायकों के जून में बगावत करने के बाद राज्य में उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी, तभी से दल दो धड़ों में बंटा हुआ है। मुंबई में आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में ये दो रैलियां आयोजित की जा रही हैं, जिसके चलते शहर की पुलिस ने शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
पांच हजार से अधिक बसें लगाई गईं
सूत्रों ने बताया कि पांच हजार से अधिक बसें, कई छोटे पर्यटक वाहन, कार और एक विशेष ट्रेन दोनों प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुटों के समर्थकों को उनकी दशहरा रैलियों में ले जाने के लिए लगाई गई हैं। राज्य में सरकार बदलने के बाद इसे दोनों खेमों के शक्ति प्रदर्शन करने के तौर पर देखा जा रहा है। दोनों खेमों ने दावा किया कि वे दिवंगत बाल ठाकरे के आदर्शों को आगे बढ़ा रहे हैं।
दो साल बाद आयोजन
बाल ठाकरे शिवाजी पार्क में दशहरा रैलियों में उग्र भाषण देने के लिए पहचाने जाते थे। 2012 में उनके निधन के बाद से उनके बेटे उद्धव ठाकरे इस वार्षिक रैली को संबोधित करते आए हैं। शिवाजी पार्क में दशहरा रैली कोविड-19 वैश्विक महामारी से जुड़ी पाबंदियों के कारण दो साल बाद आयोजित की जा रही है। दोनों खेमों का दावा है कि उनकी रैली सफल होगी। उनके नेताओं ने मंगलवार को तैयारियों का जायजा भी लिया। रैलियों के मद्देनजर कई सड़क मार्ग बंद किए गए हैं या वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
इनपुट-भाषा