Highlights
- थरूर ने मोइत्रा की एक टिप्पणी के बाद उठे विवाद पर हैरानी जताई थी
- सोशल मीडिया में कुछ लोगों इसे कांग्रेस की राय से जोड़ दिया
- महुआ मोइत्रा ने TMC को ट्विटर पर अनफॉलो किया
Shashi Tharoor: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि जो कुछ भी वह ट्वीट करते हैं वह उनकी निजी राय होती है। उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब देवी काली को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की एक टिप्पणी के बाद उठे विवाद पर उन्होंने हैरानी जताई थी जिसके बाद सोशल मीडिया में कुछ लोगों इसे कांग्रेस की राय से जोड़ दिया। थरूर ने कहा, ‘‘मैं जो भी ट्वीट करता हूं, वह मेरी निजी राय होती है। इसके अलावा कोई दूसरा कुछ नहीं होता।’’
TMC सांसद के समर्थन में आए शशि थरूर
लोकसभा सदस्य थरूर ने बुधवार को कहा था कि वह देवी काली पर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी को लेकर उन पर (मोइत्रा पर) हुए हमले से हैरान रह गए। उन्होंने लोगों से ज्यादा गंभीर न होने और धर्म का व्यक्तिगत रूप से आचरण करने के लिए उसे व्यक्ति पर छोड़ने का भी आग्रह किया था। थरूर ने अपने ट्वीट में कहा था, ''मैं इस पैदा किए गए पूरे विवाद, जिसमें दुर्भावनापूर्ण मंशा है, उससे अपरिचित नहीं हूं। बावजूद इसके मैं महुआ मोइत्रा पर हुए हमले से स्तब्ध हूं। महुआ ने वही कहा है जो सभी हिंदू जानते हैं। हमारे यहां पूजा का रूप अलग-अलग है। भक्त भोग के रूप में जो कुछ चढ़ाते हैं, वह देवी से ज्यादा उनके बारे में बताता है।''
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि जिस तरह हर व्यक्ति को अपने तरीके से देवी-देवताओं की पूजा करने का अधिकार है, उसी तरह उन्हें देवी काली के मांस भक्षण करने एवं मदिरा स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है।
TMC के ट्विटर हैंडल को किया अनफॉलो
महुआ मोइत्रा ने बुधवार को कथित तौर पर अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया। हालांकि, उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को फॉलो करना जारी रखा है। कोलकाता में हाल ही में एक मीडिया कॉन्क्लेव में देवी काली के बारे में उनकी टिप्पणियों को लेकर पार्टी नेतृत्व के साथ उनके बढ़ते मतभेदों के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
BJP का मोइत्रा पर कड़ा प्रहार
भारतीय जनता पार्टी ने मोइत्रा पर उनके इस बयान को लेकर कड़ा प्रहार किया था और सवाल किया था कि क्या यह हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी का आधिकारिक रूख है ? वहीं, पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने अपनी सांसद की इस टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया।