टीएमसी आज दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर विपक्षी नेताओं की बैठक में शामिल नहीं हुई। बैठक 'ईवीएम की विश्वसनीयता' पर बुलाई गई थी। दरअसल, साल 2024 का लोकसभा चुनाव अब पास आ रहा है। इसके मद्देनज़र विपक्ष एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी का राग अलापना शुरू कर दिया है। यही वजह रही कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने विपक्षी दलों के नेताओं की एक बैठक बुलाई थी। इसके लिए उन्होंने सभी दलों को पत्र लिखकर गुरुवार 23 मार्च को दिल्ली स्थित अपने आवास पर आने का निमंत्रण दिया। पत्र के मुताबिक पवार ने कहा था कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के हित में ईवीएम को सटी होनी की जरूरत है उसकी प्रभावकारिता पर किसी भी संदेह को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त को दूर किया जाना चाहिए।
मशीन को हैक किया जा सकता है: विशेषज्ञ
पत्र में ये भी लिखा कि विशेषज्ञों का कहना है कि चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है और हम अनैतिक तत्वों द्वारा लोकतंत्र की हत्या नहीं होने दे सकते। इसलिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के हित में हमें एक साथ बैठना चाहिए और प्रख्यात आईटी पेशेवरों और क्रिप्टोग्राफरों द्वारा व्यक्त किए गए विचारों को सुनना चाहिए।
कई बार उठ चुका है यह मुद्दा
पवार द्वारा बुलाई गई इस विपक्ष की बैठक में सभी नेता शामिल हुए लेकिन टीएमसी शामिल नहीं हुई। बता दें, जब भी चुनाव करीब आता है या चुनाव में हार मिलती है तो विपक्ष ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाता है। इसको लेकर कई बार बिपक्ष के नेता बीजेपी को घेर चुके हैं, लेकिन हर बार मामला शांत हो जाता है। अब देखना होगा इस बार के बैठक के बाद क्या नतीजा निकलता है।