Sharad Pawar: लोकसभा चुनाव 2024 में अभी दो साल का वक्त है, लेकिन राजनीतिक दल इसकी तैयारियों में अभी से जुट गए हैं। इस बीच, एनसीपी (NCP) चीफ शरद पवार ने बुधवार को दिल्ली में एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत एक साथ चुनाव लड़ने पर विचार कर सकते हैं और विपक्ष को एक साथ आना चाहिए।
सरकार नें 2014 में किए वायदों को पूरा नहीं किया- पवार
इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार व उनकी नीतियों पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि सरकार नें 2014 में किए वायदों को पूरा नहीं किया है, वहीं मौजूदा सरकार के सामने सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा, "बीजेपी ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक में विधायकों को तोड़ने के लिए पैसे और सीबीआई व ईडी का दुरुपयोग किया है। यही झारखंड में कोशिश की जा रही है। बीजेपी की ये एक नीति हो गई है कि देश भर में इसी तरह का काम कर रही है।"
अगले चुनावों में विपक्ष की एकता की जरुरत- एनसीपी चीफ
पवार ने कहा, "अगले चुनावों में विपक्ष की एकता की जरुरत है, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए। बीजेपी का मकसद केवल छोटे दलों को सत्ता से बाहर करना है। वहीं, नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ा और अलग सरकार बनाई इसका मैं स्वागत करता हूं।" हालांकि, यह पहली बार नहीं जब विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश हो रही हो, इससे पहले भी कई ऐसे मौके आए जब विपक्षी पार्टियों के नेताओं नें एक साथ आने की कोशिश की है।
महाराष्ट्र में शिंदे ने बीजेपी के साथ सरकार का गठन किया है
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में इस साल जून में शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिससे उद्धव ठाकरे नीत महाविकास अघाड़ी गठबंधन (शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस) की सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार का गठन किया। एकनाथ शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। एनसीपी के दो नेता अनिल देशमुख और नवाब मलिक अभी जेल में हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के अलग-अलग मामलों में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें गिरफ्तार किया था।