नई दिल्ली: कोलकाता रेप मर्डर केस पूरे देश में चर्चा में बना हुआ है। इस बीच खबर मिली है कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप एंड मर्डर केस की जांच के लिए सीबीआई की सबसे तेज तर्रार अधिकारी और ASP सीमा पाहुजा को बुलाया गया है।
कौन हैं सीमा पाहुजा?
सीमा पाहुजा को स्पेशल क्राइम यूनिट में सबसे लंबे वक्त तक जांच करने का अनुभव है। मुश्किल से मुश्किल केस को सुलझाने वाली एडिशनल एसपी सीमा पाहुजा को 2007 से 2018 के बीच 2 बार गोल्ड मैडल मिल चुका है।
शिमला की गुड़िया के रेप और मर्डर की गुत्थी को सुलझाने के लिए सीमा पाहुजा ने पहली बार सबसे अलग तरह की साइंटिफिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया था। हाथरस केस को भी सीमा पाहुजा ने साइंटिफिक एविडेंस के आधार पर अंजाम तक पहुंचाया था।
पारिवारिक दायित्वों के चलते एक बार VRS लेने का फैसला कर चुकी सीमा को तत्कालीन CBI डायरेक्टर ने मुश्किल से रिटायरमेंट ना लेने के लिए मनाया था। ईमानदार और बेदाग करियर की वजह से किसी भी दबाव में ना आने वाली सीमा पाहुजा को केस देना सफलता की गारंटी माना जाता है।
आरोपी संजय रॉय का लाई डिडेक्टर टेस्ट करवाएगी सीबीआई
एक खबर ये भी है कि सीबीआई इस मामले में आरोपी संजय रॉय का लाई डिडेक्टर टेस्ट करवाएगी। इसी टेस्ट को पॉलीग्राफ टेस्ट भी कहते हैं। सीबीआई ने संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए कोर्ट से परमिशन मांगी है और सीबीआई ने सियालदह कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष याचिका दाखिल की है। बता दें कि पॉलीग्राफ टेस्ट कोर्ट और आरोपी की रजामंदी से ही होता है।
कोर्ट से परमिशन मिली
सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिली है कि कोर्ट से इस टेस्ट को करवाने की परमिशन मिल गई है। अब सीबीआई जल्द से जल्द इस टेस्ट को करवा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, ये टेस्ट मंगलवार को भी हो सकता है। दरअसल सीबीआई संजय से वारदात का सच उगलवाना चाहती है। इसीलिए ये टेस्ट करवाया जाएगा।