बीते कई दिनों से पश्चिम बंगाल देशभर में चर्चा का केंद्र बन गया है। तृणमूल कांग्रेस के निष्काषित नेता शाहजहां शेख पर संदेशखाली की महिलाओं ने यौन अत्याचार, हिंसा और जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद शाहजहां को गिरफ्तार किया गया लेकिन उसे सीबीआई को सौंपने को लेकर भारी बवाल देखने को मिला। आखिरकार बीते बुधवार को कलकत्ता हाई कोर्ट की सख्ती के बाद सीबीआई को शाहजहां शेख की कस्टडी मिल गई है। अब पता लगा है कि सीबीआई से बचने के लिए शाहजहां शेख ने एक बड़ा प्लान बनाया था। आइए जानते हैं ये पूरा मामला।
तबीयत खराब का बहाना
शाहजहां शेख ने कल सीबीआई से बचने के लिए कोशिश की थी लेकिन एजेंसी ने उसका प्लान कामयाब नहीं होने दिया। जानकारी के अनुसार, कल शाम को जब शेख शाहजहां को सीबीआई को सौंपा किया जा रहा था तो उसने तबियत खराब का बहाना बनाया। इसके बाद सीआईडी पीछे के दरवाजे से शेख को एसएसकेएम अस्पताल लेकर गयी। आपको बता दें कि एसएसकेएम अस्पताल राज्य सरकार के अधीन आता है।
अन्य लोग भी अपना चुके पैंतरा
एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती होने का बहाना इससे पहले कई मामलों के आरोपी लगा चुके हैं। इससे पहले पार्थो चटर्जी, अनुब्रत मण्डल व कई और भी नेताओं ने सीबीआई और ईडी से बचने के लिए तबियत खराब का बहाना बनाकर एसएसकेएम अस्पताल में कई दिनों तक भर्ती रहे और उनको शेल्टर मिलता रहा। लेकिन शेख शाहजहां के मामले में ये पैंतरा काम नहीं आया।
सीबीआई ने ऐसे फेल किया प्लान
कोर्ट के आदेश के बाद भी जब शाहजहां को सीबीआई को सौंपने में देरी हो रही थी, उस वक्त ईडी दोबारा न्यायालय पहुंच गई। वहीं, सीबीआई की टीम अस्पताल में मौजूद थी। जांच होने के बाद शेख को कस्टडी में लिया गया और दोबारा से केंद्र सरकार के अधीन अस्पताल में मेडिकल चेक अप कराया गया। रिपोर्ट आने के बाद उसे, निजाम पैलेस में सीबीआई के लॉकअप में ले जाया गया।
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