Aap Ki Adalat: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्सव की तैयारियां हो रही हैं। सभी अपने रामलला के अयोध्या के राम मंदिर में विराजित होने का इंतजार कर रहे हैं। 22 जनवरी को यह शुभ घड़ी आने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इससे पहले इंडिया टीवी के चर्चित शो 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कई किस्से साझा किए।
उस समय की सरकार ने हमें अपराधी बना दिया था
साध्वी ऋतंभरा ने राम मंदिर आंदोलन के दौरान की बात करते हुए कहा कि उस समय की सरकार ने हमें अपराधी बना दिया था। हमें अपने रामलला को अयोध्या में विराजित कराने के लिए लाठियां खानी पड़ी। सैकड़ों कारसेवकों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। तत्कालीन सरकार ने कारसेवकों के शवों में पत्थर बांधकर सरयू नदी में बहा दीं। शवों पर रेट की बोरियां बांधकर नदी में सरयू नदी में डूबा दिए गए।
'हमारे साथ हत्यारों की तरह सुलूक किया जाता था'
हजारों कारसेवक जेलों ठूंस दिए गए। हमारे साथ हत्यारों की तरह सुलूक किया जाता था। कुछ राजनेता और राजनीतिक दल भगवान राम को काल्पनिक कहते थे। लेकिन जब समय ने करवट ली तो पूरा परिदृश्य ही बदल गया। राम को काल्पनिक कहने वालों, कारसेवकों पर गोलियां और लाठियां चलवाने वालों को जनता ने नकार दिया है। अब वो लोग भी मंदिर में पूजा करने लगे हैं और खुद को हिंदू भी कहने लगे हैं।
'राम जी को ठुकराने वालों को जनता ने ठुकरा दिया'
वहीं राजनेताओं के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर उन्होंने कहा कि जो मेरे राम जी के निमंत्रण को ठुकराएंगे भारत की जनता उन्हें ठुकरा देगी और ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि जनता अब सभी राजनेताओं को समझ चुकी है और सबका असली चेहरा भी सामने आ चुका है।