चरखी दादरी: हरियाणा के चरखी दादरी जिले में स्थित बाढड़ा में 27 अगस्त को पश्चिम बंगाल के रहने वाले युवक साबिर मलिक हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। साबिर पर गाय का मांस खाने का आरोप लगाकर कथित गौरक्षकों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी थी। सरकारी लैब में झुग्गियों से जब्त मीट को गोमांस नहीं पाया गया है। बाढड़ा के डीएसपी भारतभूषण ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि फरीदाबाद लैब से जांच के लिए गए मांस के नमूने की रिपोर्ट आ गई है। उन्होंने कहा कि नमूने में संरक्षित पशु का मांस नहीं मिला है।
10 आरोपी हुए गिरफ्तार, 6 अभी तक फरार
DSP ने कहा कि इस मामले में पुलिस द्वारा कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अभी 6 आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। डीएसपी ने कहा कि पुलिस द्वारा हत्या के मामले में जल्द कोर्ट में चालान पेश किया जाएगा। बता दें कि प्रतिबंधित पशु का मांस पकाने के शक में 27 अगस्त को बाढड़ा में पश्चिम बंगाल निवासी युवक साबिर मलिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव हंसावास खुर्द के पास से बरामद हुआ था। मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस द्वारा हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
साबिर की मौत ने राष्ट्रीय स्तर पर बटोरी थीं सुर्खियां
हंसावास खुर्द के समीप बनी प्रवासी मजदूरों की झुग्गियों के बर्तनों से बरामद मांस के नमूने लेने के लिए भी एक टीम वहां पहुंची थी। तत्कालीन थाना प्रभारी जयबीर की मौजूदगी में मीट का सैंपल लेकर जांच के लिए फरीदाबाद लैब में भेजा गया था। उस सैंपल की रिपोर्ट अब पुलिस के पास आ गई है जिसमें बर्तनों में मिले मांस को संरक्षित पशु का नहीं बताया गया है। बता दें कि साबिर मलिक की मौत के मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं और तमाम नेताओं ने इस बारे में बयान जारी किए थे।