Highlights
- यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए चलाया गया ऑपरेशन गंगा
- 23 हजार से ज्यादा भारतीयों को यूक्रेन से लाया गया सुरक्षित
- पीएम मोदी ले रहे थे ऑपरेशन गंगा रिपोर्ट
Russia-Ukraine War Day 75: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 75वां दिन है। बीते दो महीनों से रूस ने यूक्रेन में काफी तबाही मचाई है लेकिन अभी तक युद्ध जारी है और इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका है। ऐसे में ये जानना काफी अहम है कि इस युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बचाने के लिए भारत सरकार ने क्या किया और किस तरह उनकी जान बचाई।
ऑपरेशन गंगा की शुरुआत
यूक्रेन में फंसे भारतीयों की जान बचाने और उन्हें भारत वापस लाने के लिए भारत सरकार ने 'ऑपरेशन गंगा' (Operation Ganga) चलाया और ट्विटर पर 'ओपगंगा हेल्पलाइन' (@opganga) नाम से अधिकृत हैंडल बनाया। 'ओपगंगा हेल्पलाइन' ट्विटर हैंडल के मुताबिक, इस अभियान के तहत 23 हजार से ज्यादा भारतीयों को यूक्रेन से सुरक्षित वापस लाया गया। इस बारे में पीएम मोदी ने कहा था कि हम विदेश में संकट में फंसे भारतीयों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
एयर इंडिया की सैकड़ों उड़ानों ने बचाई भारतीय छात्रों की जान
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित भारत लाने के लिए सैकड़ों उड़ानें मिशन में लगीं और अपने काम को बखूबी अंजाम दिया। यूक्रेन में रूस द्वारा मचाई जा रही भीषण तबाही के बीच 23 हजार भारतीयों की जान बचाकर उनकी वतन वापसी कराना वाकई एक चुनौती से भरा काम था लेकिन ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत इसमें भारत सरकार को सफलता मिली।
यूक्रेन में भारतीयों को बचाने के लिए जारी किए गए थे हेल्पलाइन नंबर
यूक्रेन में रूस की तबाही के बीच भारतीयों को बचाने की मुहिम तेजी से चलाई जा रही थी और उनके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए थे। इसके अलावा संपर्क के लिए ईमेल की सुविधा भी दी गई थी। दिल्ली में इसके लिए 24 घंटे खुला रहने वाला कंट्रोल रूम बनाया गया था, जिससे यूक्रेन संकट में फंसा कोई भी भारतीय किसी भी समय हेल्पलाइन से कनेक्ट होकर मदद मांग सके।
पीएम मोदी ने कैबिनेट मंत्रियों को ऑपरेशन सफल बनाने के लिए भेजा
पीएम मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए अपनी कैबिनेट के अहम मंत्रियों को यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से लगे देशों में भेजने का फैसला किया, जिससे सारी व्यवस्थाओं को जिम्मेदारी से अंजाम दिया जा सके और इस काम में किसी तरह की लापरवाही की गुंजाइश ना बचे। पीएम मोदी ने इस काम के लिए अपने मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को चुना। इसके अलावा पीएम मोदी ने ये आश्वासन दिया कि पूरा सरकारी तंत्र 24 घंटे अपने नागरिकों की जान बचाने के लिए काम कर रहा है। इस दौरान ये खबरें भी सामने आईं कि पीएम मोदी खुद इस मिशन को लीड कर रहे हैं।