Highlights
- खेद है कि कूटनीति का रास्ता छोड़ दिया गया-भारत
- मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता-भारत
- यूक्रेन में हाल ही में हुए घटनाक्रम से भारत बेहद परेशान-टी.एस. तिरुमूर्ति
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर हमले को लेकर पेश निंदा प्रस्ताव पर भारत ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि भारत ने इस पूरे घटनाक्रम पर चिंता जताई और बातचीत के जरिए इस मसले को सुलझाने का सुझाव भी रखा। भारत ने इस बात पर खेद जताया कि इस मामले में कूटनीति के रास्ते को छोड़ दिया गया था और इसी वजह से भारत ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने के विकल्प को चुना ।
UNSC की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा- इस बात से खेद है कि कूटनीति का रास्ता छोड़ दिया गया है हमें उस पर लौटना होगा। इन सभी कारणों से, भारत ने इस प्रस्ताव पर परहेज़ करने का विकल्प चुना है।
टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि सभी सदस्य देशों को रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ने के लिए सिद्धांतों का सम्मान करने की आवश्यकता है। मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए संवाद ही एकमात्र उत्तर है, हालांकि इस समय ये कठिन लग सकता है।
यूक्रेन हमले पर चिंता जताते हुए टी. एस. तिरुमूर्ति ने कहा-'यूक्रेन में हाल ही में हुए घटनाक्रम से भारत बेहद परेशान है। हम आग्रह करते हैं कि हिंसा और शत्रुता को तत्काल समाप्त के सभी प्रयास किए जाएं। नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के लिए अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकाला गया है।
इनपुट-एएनआई