रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले दिनों तक चले यूक्रेन के साथ चले तमाम घटनाक्रमों के बाद यूक्रेन के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन का ऐलान कर दिया है। साथ ही पुतिन ने यूक्रेन की सेना से हथियार डालने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल के उपयोग की अनुमति मिलने और इसके प्रतिक्रिया स्वरूप पश्चिमी देशों द्वारा पाबंदियां लगाए जाने की पृष्ठभूमि में रूस ने कीव स्थित अपना दूतावास को खाली करना शुरू कर दिया था। वहीं यूक्रेन ने अपने नागरिकों से रूस छोड़ने को कह दिया था। इसके बाद से यह लगने लगा था कि रूस कोई कड़ा कदम उठाएगा।
यूरोप में नए सिरे से युद्ध छिड़ने की आशंकाओं के बीच इस संकट का कूटनीतिक समाधान निकलने के सारे रास्ते जैसे बंद हो गए हैं। इससे पहले मंगलवार को अमेरिका और उसके महत्वपूर्ण यूरोपीय सहयोगियों ने यूक्रेन के मामले में रूस पर लक्ष्मण रेखा पार करने का आरोप लगाया था। सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ की खबर के अनुसार, रूस ने यूक्रेन में स्थित अपने राजनयिक मिशनों से कर्मचारियों को वापस बुलाना शुरू कर दिया था।