Highlights
- दिल्ली के रहने वाले हरजोत सिंह सोमवार को वापस वतन लौटेंगे
- कीव में हरजोत के इलाज का खर्च भारत सरकार ने उठाने का फैसला किया था
- ‘आपरेशन गंगा’ के तहत 15,920 से अधिक भारतीय वापस लाये गए: अधिकारी
नयी दिल्ली: नागर विमानन राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने कहा है कि यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान कीव में कुछ दिन पहले हरजोत सिंह नाम के जिस छात्र को गोली लगी थी, वह सोमवार को दिल्ली लौट रहा है। दिल्ली में हरजोत के परिवार ने कहा कि वे बहुत खुश हैं कि वह लौट रहा है और उसके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मंत्री ने रविवार को ट्विटर पर कहा, ‘‘हरजोत सिंह को कीव में युद्ध के दौरान गोली लगी थी। उसका पासपोर्ट भी खो गया था।’’ उन्होंने कहा कि हरजोत (31) सोमवार को भारत पहुंच रहा है।
नागर विमानन राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि घर के भोजन और देखभाल से उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होगा।’’ छात्रों की सुरक्षित स्वदेश वापसी का मार्ग प्रशस्त करने के लिए मंत्री (सिंह) अभी पोलैंड में हैं। हरजोत सिंह, कीव से निकलने की कोशिश के तहत 27 फरवरी को अपने दो दोस्तों के साथ पश्चिमी लवीव शहर के लिए एक कैब (टैक्सी) में सवार हुआ था। इस दौरान उसे चार गोलियां लगी थी।
हरजोत के भाई प्रभजोत सिंह ने कहा, ‘‘हमे (उसकी वापसी के बारे में) खबरें मिली है। हम बहुत खुश हैं कि हरजोत लौट रहा है। हम उसके लिए बहुत चिंतित रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं फोन पर उससे बात नहीं कर पार रहा हूं, लेकिन उसने मोबाइल फोन पर भेजे एक संदेश में कहा है कि वह कल आ रहा है। किसी सरकारी अधिकारी ने हमें इस बात से अवगत नहीं कराया है। ’’ उल्लेखनीय है कि एक मार्च को कर्नाटक के एक मेडिकल छात्र, नवीन एस जी, की यूक्रेन के शहर खारकीव में गोलाबारी में मौत हो गई थी। नागर विमानन मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 1,500 से अधिक भारतीयों को लेकर आठ उड़ानें सोमवार को भारत पहुंचेगी।
भारतीय छात्र ने 27 फरवरी की आपबीती भी सुनाई थी
भारतीय छात्र ने 27 फरवरी की आपबीती भी सुनाई थी। हरजोत ने बताया था कि तीसरे चेक पोस्ट के पास उन्हें सुरक्षा कारणों से लौटने के लिए कहा गया था। वापस आते समय उनकी कार पर कई गोलियां चलाई गईं, जिससे उन्हें कई गोलियां लगीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि उन्हें हरजोत के केस के बारे में जानकारी है। एंबेसी उनके परिवार के साथ संपर्क में है। उनकी हालत की असल स्थिति का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि हरजोत के साथ अन्य भारतीयों को वापस लाया जाएगा।
‘आपरेशन गंगा’ के तहत 15,920 से अधिक भारतीय वापस लाये गए: अधिकारी
यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद शुरू किए गए निकासी अभियान ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारत 76 उड़ानों में अपने ‘‘15,920 से अधिक’’ नागरिकों को वापस लाया है। यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी। हंगरी में भारतीय दूतावास ने इसका संकेत दिया कि उक्त देश से निकासी अभियान पूरा होने वाला है, क्योंकि इस अभियान के तहत अंतिम चरण की उड़ानों की शुरुआत की जा रही है। भारत अपने नागरिकों को रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा के रास्ते वापस ला रहा है। भारतीय नागरिक यूक्रेन की जमीनी सीमा बिंदुओं को पार करके इन देशों में पहुंचे हैं। पहली उड़ान 26 फरवरी को फंसे भारतीयों को बुखारेस्ट से लेकर वापस आई थी।