Highlights
- हजारों छात्र अभी भी खारकीय में फंसे हुए हैं।
- भारतीय छात्रों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा जारी है।
- यूक्रेन की स्थिति काफी खराब है।
अंबाला शहर के शालीमार कालोनी की रहने वाली छात्रा नेहा यूक्रेन में एमबीबीएस करने गई थी। मगर वहां के जो हालात हैं उससे बचकर वापस आना ही अपने आप में बड़ी बात है। नेहा के वापस लौटने पर परिवार में खुशी का माहौल है, देर रात नेहा अंबाला पहुंची। इस दौरान परिवार के साथ-साथ अन्य लोगों ने आरती उताकर नेहा का स्वागत किया। जब से यूक्रेन पर रूस द्वारा हमला किया गया है, तब से परिवार नेहा की सुरक्षा को लेकर चिंतित था, लेकिन जब वह कल वापस अंबाला आई तो परिवार की खुशी का ठिकाना न रहा। वहीं नेहा ने कहा कि वहां पर माहौल चिंताजनक है और हजारों स्टूडेंट्स अभी भी फंसे हुए हैं।
नेहा ने बताया कि अब वहां पर हालात बहुत ज्यादा खराब है। नेहा ने बताया कि पहले सिवीलियंस पर कोई हमला नहीं होता था, लेकिन अब वह भी होने लगा है। हम 6 लोगों ने मिलकर ग्रुप में निकलने का फैसला किया और इस दौरान रोमानिया बॉर्डर तक पहुंचने के लिए कई बार ट्रेन चेंज की और कई बार बसें बदली। कई किलोमीटर तक पैदल भी चला पड़ा। रोमानिया बॉर्डर पर भी पहुंचने पर खारकीय के बच्चों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था।
अंदर भूख और बाहर बम धमाके; युद्ध में जकड़े यूक्रेन में ऐसे हालातों का सामना कर रहे हैं भारतीय छात्र
नेहा ने कहा- मेरा सरकार से आग्रह है कि वहां के स्टूडेंट्स की मदद की जाए, क्योंकि अब तो उनके पास खाना भी खत्म हो गया है। रोमानिया बॉर्डर पर स्टूडेंट्स बहुत ज्यादा थे। रोमानिया बार्डर पर हजारों स्टूडेंट्स एंट्री का इंतजार कर रहे हैं। ठंड बहुत ज्यादा है खाने के लिए कुछ नहीं है।