Pakistan Fired Rocket at Tarn Taran Police Station: पंजाब के सीमावर्ती जिले तरन तारन में एक पुलिस थाने पर रॉकेट द्वारा संचालित ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला किया गया। गत सात महीने में पंजाब के तरन-तारन में यह इस तरह की दूसरी घटना है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने इस हमले को ‘ पड़ोसी देश (पाकिस्तान) की भारत को हजार घाव देने की रणनीति’ करार दिया। पुलिस ने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने शुक्रवार देर रात करीब प्रक्षेपास्त्र दागा, जो जिले में अमृतसर-बठिंडा राजमार्ग पर स्थित सरहाली पुलिस थाने से लगे सांझ केंद्र पर गिरा।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार रात को आरपीजी से हुए इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन सरहाली पुलिस थाने के नजदीक की इमारत की खिड़की क्षतिग्रस्त हो गई है। आरपीजी से हुए हमले के बाद राज्य की विपक्षी पार्टियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (सरकार) की कानून व्यवस्था संभालने में ‘उदासीनता’ का यह ‘प्रत्यक्ष नतीजा’ है। डीजीपी ने बताया कि प्राथमिक सूचना के मुताबिक यह सैन्य श्रेणी का ग्रेनेड है और संदेह है कि इसे सीमापार से तस्करी कर लाया गया होगा। भारत में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की ओर संकेत देते हुए यादव ने कहा,‘‘स्पष्ट संकेत है कि यह पड़ोसी देश की भारत को हजार घावों से तबाह करने की रणनीति की हिस्सा है।
बीएसएफ और केंद्रीय एजेंसी कर रही जांच
तरन तारन में हुए इस हमले की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से पंजाब पुलिस मामले की जांच कर रही है। तरन-तारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरमीत सिंह चौहान ने बताया कि कुछ संदिग्धों से मामले में पूछताछ की जा रही है और जांच जारी है। सांझ केंद्र प्राथमिकी की प्रति, पासपोर्ट सत्यापन और अनापत्ति प्रमाणपत्र जैसी सेवाएं मुहैया कराता है। इससे पहले मई में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस की खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी से हमला किया गया था। घटनास्थल पर मौजूद गौरव यादव ने कहा कि प्राथमिक जांच के मुताबिक आरपीजी की मदद से ग्रेनेड को शुक्रवार रात 11 बजकर 22 मिनट पर राजमार्ग से दागा गया जो सरहाली पुलिस थाने के सुविधा केंद्र पर गिरा। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया, ‘‘ हमने गैर कानूनी गतिविधि (निषेध) अधिनियम या यूएपीए के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। यादव ने बताया कि पुलिस ने रॉकेट लांचर और प्रणोदक को बरामद कर लिया गया है।
सेना भी मौके पर पहुंची
डीजीपी ने बताया, ‘‘हम मामले की प्रौद्योगिकी और फॉरेंसिक विज्ञान की मदद से जांच कर रहे हैं। घटनास्थल पर अपराध दृश्य को पुननिर्माण कर सुराग एकत्र कर रहे हैं ।’’ उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक टीम और सेना का दस्ता मौके पर पहुंच चुका है। राज्य के पुलिस प्रमुख ने कहा कि ‘इस कायराना हमले’ को रात के अंधेरे में अंजाम दिया गया क्योंकि पिछले एक महीने में ड्रोन के जरिये भेजी गई हेरोइन और हथियारों के जब्त किए जाने के बाद ‘दुश्मन देश परेशान है।’’ उन्होंने बताया,‘‘इसी साल 200 से अधिक बार ड्रोन के सीमा पार से आने की घटना हुई और गत एक महीने में ही कई ड्रोन मार गिराए गए और हेरोइन, हथियार और गोला-बारूद जब्त किए गए।’’ यादव ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हमारा दुश्मन देश परेशान महसूस कर रहा है और इससे ध्यान भटकाने के लिए रात को कायराना हमलों को अंजाम दे रहा है।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस सभी कोणों से जांच कर रही है।
पाकिस्तानी आकाओं ने कराया हमला
पाकिस्तान में बैठे हमलावरों और उनके आकाओं और उन तत्वों की भी जांच की जा रही है जिनका अमेरिका और यूरोप में संपर्क में है ताकि असली दोषियों को गिरफ्तार किया जा सके। डीजीपी ने बताया कि ड्रोन की गतिविधि बढ़ गई है, खासतौर पर तरन-तारन और अमृतसर में और पिछले महीने कई ड्रोन को मार गिराए गए थे। एक सवाल के जवाब में यादव ने कहा कि इस हमले और मोहाली आरपीजी हमले में कई समानताएं दिख रही हैं और फॉरेंसिक जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रक्षेपास्त्र सबसे पहले थाने के दरवाजे की लोहे की ग्रिल पर गिरा और फिर सांझ केंद्र से टकराया।
घटना में सांझ केंद्र की खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं। घटना के समय कुछ पुलिस कर्मी थाने में ही मौजूद थे। दो महीने पहले तरन-तारन जिले में पुलिस की इमारतों पर गैंगस्टर या आतंकवादियों द्वारा हमला करने की आशंका के मद्देनजर अलर्ट किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा 15 अक्टूबर को जारी आदेश में पुलिस इमारतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा गया था और इस आदेश की प्रति सरहाली पुलिस थाने की बाहरी दीवार पर भी चस्पा की गई थी। जब इस आदेश के बारे में डीजीपी से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह अभ्यास था। यह पहला हमला नहीं है। हम समय-समय पर पूर्वाभ्यास करते हैं और अलर्ट जारी करते हैं।
भाजपा और अकाली दल ने आप सरकार को घेरा
इस बीच हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें हमले के असर को देखा जा सकता है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आप सरकार पर कानून व्यवस्था संभालने में असफल होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की। शिअद प्रवक्ता दलजीत चीमा ने कहा, ‘‘आज के हमले ने पंजाबियों को स्तब्ध कर दिया है। राज्य के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि मान नीत आप सरकार के आठ महीने के शासन में दूसरी बार आरपीजी हमला हो रहा है।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव तरुण चुघ ने आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार कानून व्यवस्था कायम रखने में पूरी तरह से असफल हुई है। आरपीजी हमले और हाल में जालंधर में कपड़ा व्यापारी की हत्या का संदर्भ देते हुए चुघ ने कहा कि मान को अपनी जिम्मेदारी का निवर्हन करने में ‘नाकाम’ होने पर राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए। चुघ ने कहा कि अगर मान सीमावर्ती राज्य की कानून व्यवस्था को संभाल नहीं सकते तो अपने पद से इस्तीफा दे दें। इससे पहले यादव ने कहा था कि जो भी इस घटना में संलिप्त है उसे कानून का सामना करना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस घटना को निर्णायक मोड़ पर ले जाएंगे।