नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी में गश्त तेज कर दी है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। पुलिस ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने वालों के लिये नयी दिल्ली जिले में तकरीबन 6000 सुरक्षाकर्मी तैनात किये जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि इस साल, सीमाई इलाकों में अतिरिक्त चौकियों की स्थापना कर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि अवांछित तत्व राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश न कर सकें। वहीं, परेड देखने आने वाले लोगों के लिए पुलिस ने उन चीजों की लिस्ट जारी की है, जिन्हें लेकर आने पर पाबंदी लगाई गई है।
इन चीजों पर है पाबंदी
दिल्ली पुलिस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है जिसमें बताया है कि रिपब्लिक डे की परेड में किन चीजों को ले जाने की पाबंदी है। इस ट्वीट के मुताबिक, रिपब्लिड डे परेड में खाने-पीने का सामान, कैमरा, दूरबीन, हैंडीकैम बैग, अटैची, ब्रीफकेस, पेन, ज्वलनशील वस्तुएं, सिक्के, शस्त्र और गोला बारूद, आतिशबाजी, पटाखे, विस्फोटक, सिगरेट, बीड़ी, लाइटर, माचिस, लेजर लाइट, कटिंग, शार्प पॉइंटेड मटेरियल, स्क्रू ड्राइवर्स आदि लेकर आने पर पाबंदी लगाई गई है। यदि आप इन चीजों के साथ 'कर्तव्य पथ' पर परेड देखने आ रहे हैं तो आपको वापस जाना पड़ सकता है।
QR कोड की दी गई व्यवस्था
गणतंत्र दिवस की परेड को देखने आने वाले लोगों की सहूलियत के लिए QR कोड स्कैनर भी लगाया गया है, जहां पर जाकर उन्हें अपना टिकट स्कैन करना होगा। इस स्कैनर से यह पता चल जाएगा कि टिकट या पास वैध है या अवैध। इसके अलावा कर्तव्य पथ पर अलग-अलग हेल्पडेस्क भी बनाए गए हैं, ताकि आगंतुकों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो। भीड़भाड़ से बचने के लिए के वेस्ट पालिका पार्किंग और कनॉट प्लेस के साथ ही दक्षिण में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम पर गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी।
150 से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए
पुलिस ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह में लगभग 60,000 से 65,000 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। नयी दिल्ली के DCP प्रणव तायल ने बताया कि 150 से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए हैं और उनमें से कुछ में चेहरे की पहचान प्रणाली भी है। पुलिस ने बताया कि एक ‘NSG’ और ‘DRDO’ की ड्रोन रोधी टीम को भी तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मध्य दिल्ली में बहुमंजिला इमारतों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे और जांच के बाद हर साल की तरह 25 जनवरी को प्रतिष्ठानों को सील कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।
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