नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस 2023 कई मायनों में खास होने जा रहा है। इस साल गणतंत्र दिवस समारोह सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में होगा और सबसे आगे की लाइन में VVIP नहीं बल्कि आम आदमी बैठे दिखेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार गणतंत्र दिवस की भव्य परेड ‘कर्तव्य पथ’ पर होगी और इसे सबसे करीब से देखने का लुत्फ रिक्शेवाले, सब्जी विक्रेता और ऐसे ही कामगार लोग उठाने वाले हैं।
पहली बार ‘कर्तव्य पथ’ पर होगी परेड
पहली बार ऐसा होगा कि समारोह के लिए सभी आधिकारिक आमंत्रण ऑनलाइन भेजे जाएंगे। पिछले साल ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ किए जाने के बाद यह यहां पहला गणतंत्र दिवस समारोह होगा। गणतंत्र दिवस समारोह ‘जनभागीदारी’ की भावना से आयोजित किया जाएगा और सेंट्रल विस्टा परियोजना के श्रमिक और उनके परिवार के सदस्य, कर्तव्य पथ के रखरखाव कर्मी, सब्जी विक्रेता, किराना दुकानदार और रिक्शा चालक ‘विशेष आमंत्रित’ के तौर पर भाग लेंगे।
मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी होंगे मुख्य अतिथि
बता दें कि कोविड-19 से पहले, एक लाख से ज्यादा लोग गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होते थे। इस साल लगभग 42,000 लोगों के इसमें शामिल होने की उम्मीद है। समारोह 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर एक भव्य कार्यक्रम के साथ शुरू होगा और महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) तक चलेगा। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। मिस्र का एक सैन्य दल भी समारोह में हिस्सा लेगा।
परेड में हिस्सा लेंगे एयरफोर्ट के 50 विमान
गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार 9 राफेल और IL-38 समेत कुल 50 विमान हिस्सा लेंगे। भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा कि नौसेना के आईएल-38 विमान को इस बार संभवत: पहली और अंतिम बार प्रदर्शित किया जाएगा। वायुसेना के अधिकारी ने कहा कि आईएल-38 भारतीय नौसेना का एक समुद्री टोही विमान है, जो देश में लगभग 42 वर्षों से सेवा में शामिल है। इन 50 विमानों में 4 विमान थलसेना के भी शामिल होंगे।
19 से 24 जनवरी तक कई ‘हवाई’ प्रतिबंध
गणतंत्र दिवस की तैयारियों और समारोहों के मद्देनजर इस महीने दिल्ली में 19 से 24 जनवरी के साथ-साथ 26 और 29 जनवरी को हवाई क्षेत्र प्रतिबंधित रहेगा। ‘नोटिस टू एयरमैन’ (NOTAM) के अनुसार 19 जनवरी से 24 जनवरी तक प्रतिदिन सुबह दस बजे से अपराह्न एक बजकर 15 मिनट तक प्रतिबंध लागू रहेंगे। इस अवधि के दौरान विशेष विमानों को दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ान भरने या उतरने की अनुमति नहीं होगी, लेकिन निर्धारित उड़ानें प्रभावित नहीं होंगी।
26 और 29 जनवरी को भी कई पाबंदियां
गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को सुबह साढ़े आठ बजे से अपराह्न एक बजे तक और अपराह्न तीन बजे से शाम छह बजे तक विमानों के उतरने या रवाना होने पर रोक रहेगी। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा जारी एनओटीएएम के अनुसार ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह के दिन 29 जनवरी को अपराह्न तीन बजे से शाम सात बजे तक दिल्ली हवाई अड्डे पर किसी भी विमान के उतरने या रवाना होने की अनुमति नहीं होगी।