अयोध्या: आज के दिन का पूरा सनातन समाज बेसब्री से इंतजार कर रहा था। आज यानि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी थी और वह संपन्न हो गई। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब रामलला की तस्वीर आई तो वह बेहद ही भव्य थी। उन्होंने कई तरह के आभूषण धारण किए हुए थे। इसके साथ ही उन्होंने पीताम्बर कपड़ों का वरण किया हुआ था। यह वस्त्र बेहद ही सुंदर दिख रहे थे। अब आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा कि इतने मनमोहक वस्त्र बनाए किसने? इस लेख में हम आपको बताएंगे कि रामलला के वस्त्र किसने बनाए हैं-
सीएम योगी और चंपत राय ने दी थी जिम्मेदारी
दरअसल, रामलला के स्वागत के लिए हर कोई तैयारी कर रहा था। इसी दौरान जब बात आई कि रामलला कैसे वस्त्र धारण करेंगे? इसका हल निकाला दिल्ली के डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने। उन्होंने रामलला के कपड़ों के डिजाइन को लेकर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। दोनों को मनीष का आइडिया और डिजाइन पसंद आया और रामलला के वस्त्रों को तैयार करने की जिम्मेदारी मनीष को दे दी गई।
सोने और चांदी से बनाया गया कपड़ा
इंडिया टीवी से बात करते हुए मनीष बताते हैं कि वह पिछले 3 साल से रामलला के वस्त्रों को लेकर काम कर रहे थे। उनके साथ उनकी टीम भी थी। कई डिजाइनों पर काम किया गया। रामलला के वस्त्रों का कपड़ा वाराणसी से तैयार कराया गया। वह बताते हैं श्रीरामचरितमानस में जिक्र है कि भगवान राम पीताम्बर पहनते थे। इसके बाद हमने वाराणसी में सोने और चांदी को मिलाकर कपड़ा तैयार करवाया। इसके साथ ही इसकी सिलाई में भी सोने और चांदी के धागे का इस्तेमाल किया गया।
15 लोगों की टीम ने मिलकर किया काम
मनीष त्रिपाठी बताते हैं कि मैं और मेरी 15 सदस्यीय टीम पिछले 40 दिनों से अयोध्या में ही थी। इस दौरान हमें बताया गया कि रामलला की मूर्ति को एक ही पत्थर से बनाया गया है। हमें उसके हिसाब से वस्त्र तैयार करने थे। यह हमारे लिए चुनौती का काम था, लेकिम रामलला की कृपा से यह संभव हो गया। मनीष बताते हैं उन्होंने रामलला के लिए एक धोती, कमर का पटका समेत 2 पटके और सर्दी के हिसाब से एक शॉल तैयार किया है। प्राण प्रतिष्ठा के समय रामलला ने इन वस्त्रों को धारण किया हुआ था।
'आज जीवन धन्य हो गया'
इस दौरान मनीष ने भावुक होते हुए कहा कि जब आज मैंने देखा कि रामलला ने मेरे द्वारा तैयार किए गए वस्त्र धारण किए हैं तो मैं भावुक हो गया। मेरा और मेरी टीम का जीवन धन्य हो गया। यह हमारे लिए एक ऐसा पल है कि जैसे हमने आज हमें सभी जन्मों का फल मिल गया हो। मनीष बताते हैं कि मैं और मेरी टीम के लिए सबसे बड़ा दिन है और मुझे लगता है कि रामलला के वस्त्रों से सुंदर अब हम लोग और कुछ डिजाइन नहीं कर पाएंगे।