अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो चला है। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस मामले पर रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि रामलला जब कपड़े और मुकुट पहनकर वहां विराजमान होंगे तो यह दिव्य दिखाई देगा। जिस परमधाम की हम कल्पना करता हैं वह राम मंदिर के गर्भगृह में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि 28 वर्ष तक जब रामलला तिरपाल में थे, तो तमाम समस्याएं सामने आईं। जो समस्या मेरी शक्ति के बाहर थी उसे हम पूरा नहीं कर सकते थे। क्योंकि वहां रिसीवर बिठाए गए थे जो कोर्ट के आदेश पर बिठाए गए थे।
दिव्य मंदिर में विराजमान होंगे भगवान राम
रिसीवर से जब समस्या का समाधान करने को कहा जाता तो वो कहते थे कि कोर्ट के आदेश से होगा। ऐसे में 28 वर्ष तक इस तरह की समस्याओं का हमें सामना करना पड़ा जिस कारण कई ऐसे पल भी आए जब मैं भावुक हुआ। प्रभु से हमने प्रार्थना की। हमारे हृदय में ऐसा उद्गार आता था कि कि किसी भी प्रकार की आप चिंता न करें। जैसे 14 वर्ष के वनवास के बाद भगवान राम अयोध्या आए वैसे ही तिरपाल से उठकर भगवान राम मंदिर में विराजमान होंगे। ऐसा आभास होता था और भगवान राम से ऐसी प्रेरणा मिलती थी। इसी भावना के तहत मैं 28 वर्ष तक जीता गया। इस दौरान कई बार भावुक भी होना पड़ा। ऐसे में अब वह समय आ गया है कि दिव्य मंदिर में भगवान राम विराजमान होंगे।
22 जनवरी को होगी प्राण-प्रतिष्ठा
हमारे भक्त की आशाएं और हमारी कल्पना अब पूरी होने जा रही है 22 जनवरी को। भगवान की मूर्ति पर उन्होंने कहा कि अबतक हमने मूर्ति नहीं देखी है। मैं मूर्ति देखने जाऊंगा। देखने के साथ-साथ उसी में हम अपनी सहमति देंगे। उन्होंने कहा कि हम ऐसी मूर्ति की प्रार्थना करते हैं जो श्याम रंग की है। क्योंकि हमारे प्रभु श्याम रंग के हैं। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के कई प्रकार होते हैं। समस्त देवी देवताओं, नवग्रहों की पूजा और स्थापना की जाती है। बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर लगभग बनकर तैयार हो चुका है। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके मद्देनजर अयोध्या को भव्य तरीके से सजा दिया गया है। साथ ही विकास कार्यों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।